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मेरी माँ पर निबंध | Essay On My Mother In Hindi 500 Words | PDF

Essay on my mother in hindi & paragraph.

Essay On My Mother In Hindi 500 + Words (Download PDF) मेरी माँ पर निबंध कक्षा 5, 6, 7, 8, 9, 10 के लिए। – इस निबंध के माध्यम से हम जानेंगे कि अपने माँ के बारे में एक अच्छा निबंध कैसे लिखे तो शुरू करते है।

हर माँ अपने बच्चे को दुनिया की किसी भी चीज़ से ज्यादा प्यार करती है। हम सभी की माँएँ हैं और हमें अपनी माँओं से प्यार और सम्मान करना चाहिए। आज मैं अपनी माँ के बारे में बहुत सी बातें साझा करने जा रहा हूँ। एक माँ अपने बच्चे को आर्थिक , शारीरिक और भावनात्मक रूप से बड़ा करने के लिए सर्वश्रेष्ट प्रयास करती है |

कभी-कभी वे हमारे जीवन को बेहतर बनाने के लिए अतिरिक्त काम करते हैं, लेकिन वे इसके लिए कभी बुरा नहीं मानते हैं। माताएं निस्वार्थ और गैर-शिकायत हैं, वे अपने जीवन के बारे में कभी शिकायत नहीं करती हैं। यह एक माँ के बारे में सबसे महत्वपूर्ण बात है। वे ज़िम्मेदारियाँ लेना और उन्हें पूरा करना करती हैं। माँ वह है; जिसकी वजह से हम इस दुनिया को देख रहे हैं। हमें कभी भी उन्हें निराश नहीं करना चाहिए। हमें उनसे प्यार और सम्मान करना चाहिए।

My mother essay in Hindi & paragraph

मेरी माँ का नाम कविता है और वह एक शिक्षिका हैं। वह पचास साल की है। वह हमारे परिवार में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। उसका दिन बहुत सुबह शुरू होता है; वह उठती है और हम सभी के लिए खाना बनाती है। फिर वह पूरे घर की सफाई करती है और हमें स्कूल ले जाती है।

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स्कूल से वापस आने के बाद, खाना फिर से बनाती है, और हमें परोसती है । मुझे लगता है कि वह अब तक की सबसे अच्छी कुक है। वह वास्तव में स्वादिष्ट भोजन बनाती है। मेरी मां मेरी सबसे बड़ी समर्थक हैं। मैं जो भी करता हूं, वह प्रेरित करती है और एक मार्गदर्शक के रूप में मेरे पीछे खड़ी रहती है। मेरी पिछली विज्ञान परियोजना में, उसने मेरी सबसे अधिक मदद की और मैं प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर आया। जब मुझे कुछ भी सफलता मिलती है, तो वह उस समय सबसे खुश होती है।

माँ और बच्चे का संबंध:

एक माँ और बच्चे के बीच का संबंध वास्तव में अद्भुत है। हर बच्चे के लिए मां सबसे महत्वपूर्ण चीज होती है और बच्चे माताओं की पहली प्राथमिकता होते हैं। यह रिश्ता दुनिया का सबसे शुद्ध रिश्ता है।

माँ बिना किसी अपेक्षा के अपने बच्चों के लिए सब कुछ करती है। वे सिर्फ अपने बच्चों के लिए एक बेहतर जीवन चाहती हैं। तो माँ और बच्चे के बीच की बॉन्डिंग मज़बूत होती है और कोई भी ताकत इस बॉन्डिंग को तोड़ नहीं सकती है।

वह मुझे कितना प्यार करती है:

कोई सीमा नहीं है या मैं उसके लिए मेरे प्यार को नहीं माप सकता। मुझे पता है कि वह मुझसे सबसे ज्यादा प्यार करती है और मैं भी उससे बहुत प्यार करता हूं। केवल उसी के कारण घर को ‘गृह’ कहा जाता है। वह मेरी सबसे अच्छी दोस्त और मार्गदर्शक है। वह मुझे सिखाती है कि दुनिया में कैसे जीवित रहना है।

माँ वह है जो कभी भी हमसे ज्यादा प्यार करते नहीं थकती। एक माँ का प्यार अलग है, अनोखा है और किसी अन्य व्यक्ति द्वारा प्रतिस्थापित करना संभव नहीं है। हमें पूरी दुनिया में ऐसा कोई प्यार नहीं मिला जिसकी तुलना मां के प्यार से की जा सके।

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माँ की आवश्यकता

हम जहां भी हैं, माता का आशीर्वाद हमारे साथ है। माँ के आशीर्वाद के बिना जीना हमारी कल्पना से परे है। सुबह वह बच्चे को बड़े प्यार से उठाती है और रात के दौरान वह बच्चे को बड़े प्यार से कहानियां सुनाती है।

माँ अपने बच्चे को स्कूल के लिए तैयार होने में मदद करती है और बच्चे के लिए सुबह का नाश्ता और दोपहर का भोजन भी बनाती है। माँ दरवाजे पर खड़ी रहती है, दोपहर को बच्चे के स्कूल से आने का इंतज़ार करती है। मां बच्चे को होमवर्क करवाने में मदद करती है।

लेकिन साथ ही, वे उनके संस्कारों और उनके रीति-रिवाजों का भी दृढ़ता से पालन करते हैं। हमारे घर में सभी त्योहार पूरे रीति-रिवाज के साथ मनाए जाते हैं। घर में आने वाले हर मेहमान का स्वागत करने के लिए मेरी मां बहुत अच्छा प्रयास करती है।

एक गाइड के रूप में:

एक मार्गदर्शक के रूप में मेरे जीवन में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका है। मैं जो भी करता हूं, वह मुझे सही रास्ते पर ले जाती है। कभी-कभी, हम गलतियाँ करते हैं और वे हमें अभिभावक के रूप में सही बात शिखाती हैं। वह वह है जो हमें प्रकाश में लाता है और जीवन से सभी अंधकार को दूर करता है।

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निष्कर्ष :- मुझे अपनी माँ से बहुत प्यार है। मुझे लगता है कि वह दुनिया की सबसे अच्छी इंसान हैं। वह मेरी जिंदगी है; मैं उसके साथ हमारे लंबे जीवन की कामना करता हूं। उन लोगो को जिनके पास माँ कहने को नहीं है। वे एक माँ के मूल्य और महत्व को समझते हैं। इसलिए हमें अपने जीवन में उसकी उपस्थिति की सराहना करने की जरूरत है।

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FAQs. On My Mother In Hindi

आपके जीवन में माँ का क्या महत्व है.

उत्तर – यह बहुत पुरानी कहावत है कि भगवान हर जगह नहीं हो सकते, इसलिए उन्होंने एक ऐसी माँ बनाई जो अपने बच्चों से हर सुख और दुख में निस्वार्थ भाव से प्यार करती है। माँ के महत्व को शब्दों में नहीं बताया जा सकता है। यह समझने की बात है,

माँ आप के विचार से कैसी होनी चाहिए?

उत्तर – माँ कल्पना करने की चीज नहीं है। वह प्रेम की मूर्ति है, माँ जो भी है, वह अपने बच्चों की नज़र में सबसे खास है जिसे शब्दों में पिरोया नहीं जा सकता।

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मेरी माँ पर निबंध (Meri Maa Essay In Hindi) – आज जब मैं बड़ी हो गई हूं तो लगता है कि शायद मैं बहुत सी चीजों को आज पीछे छोड़ आई हूं। जब हम बच्चे थे तो हमें बचपन के वह प्यारे दिन बड़े ही उबाऊ और लंबे लगते थे। हम सोचते थे कि कब हम बड़े होंगे। हमें अपने मम्मी और पापा की नकल करने में आनंद की अनुभूति प्राप्त होती थी। बचपन के उन प्यारे दिनों को अब कुदरत भी नहीं लौटा सकती। बड़ी होने के बाद जिस शख्स को मैं सबसे ज्यादा याद करती हूं वह है मेरी माँ । एक माँ (mother) से बड़ा इंसान इस दुनिया में कोई होता ही नहीं है। आइये नीचे meri maa par nibandh पढ़ें।

ओ माँ माँ माँ

मेरी दुनिया है माँ तेरे आँचल में

शीतल छाया दो दुःख के जंगल में

इस गाने के बोल को सुनते ही मैं पुराने दिनों में डूब जाती हूं। वह पुराने दिन कितने अलग हुआ करते थे। ना किसी बात की कोई फ्रिक थी ना ही चिंता। माँ सारा काम खुद संभाल लेती थी। मैं यही सोचती थी कि एक औरत ही पूरे घर की जिम्मेदारियों को कैसे अपने कंधे पर उठा लेती थी। सच में माँ जैसा कोई और दूसरा हो ही नहीं सकता। माँ भगवान का ऐसा अनमोल तोहफा है जो हर किसी को नसीब हो जाए यह जरूरी नहीं। माँ के बिना हम जीवन की कल्पना तक नहीं कर सकते हैं। तो आज का हमारा विषय मां (mother) पर आधारित है। आज हम इस निबंध के जरिए पढ़ेंगे माँ पर निबंध (essay about my mother in hindi) हिंदी में।

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मेरी माँ पर निबंध My Mother Essay In Hindi

इस धरती पर मनुष्य के रूप में नर और नारी दोनों ने ही जन्म लिया। परंतु फिर भी एक नारी को ही सम्मान ज्यादा क्यों मिला? क्या आपने कभी इस बात पर गहराई से सोचा है। दरअसल इसके पीछे का सबसे बड़ा कारण यह है कि नारी को ही जगत जननी का स्थान मिला हुआ है। आज एक नारी की वजह से ही हम सब को दुनिया में आने का मौका मिला है। नारी अपने जीवन में अनेकों पद ग्रहण करती है। पर जो पद वह मां बनकर प्राप्त करती है वह पद बेहद सम्मानजनक होता है। माँ को भगवान के रूप में पूजा जाता है। माँ हमें कभी भी तकलीफ में नहीं देख सकती है। जिसके पास माँ होती है वह बहुत भाग्यशाली होता है।

माँ हमें हर तरह की मुश्किलों से उबार लेती है। माँ हमें जीने की नई राह सीखाती है। माँ होती है तब हमें किसी बात की कोई चिंता नहीं रहती है। एक बच्चे के लिए माँ से बढ़कर और कोई प्रिय नहीं होता है। माँ ही अपने बच्चे को 9 महीन तक पेट में रखती है और फिर बच्चे को जन्म देने के बाद भी बिना कोई शिकायत के बच्चे को पाल पोस्को बड़ा भी वही करती है। हम सब यह भूल जाते हैं कि कैसे माँ हमारे बचपन के नखरों को सहन करती है। माँ ईश्वर का सच्चा रूप होती है। आज हम जिस किसी भी मुकाम पर है वह सब हमारी माँ की ही बदौलत है। केवल मनुष्य ही क्यों माँ की ममता तो हमें जानवरों में भी देखने को मिल जाती है। जानवर और पक्षी माताएं भी अपने बच्चों को मनुष्यों की माताओं की तरह ही प्रेम देती है।

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माँ का सही अर्थ क्या है?

माँ दुनिया की वह अनमोल चीज है जिसकी तुलना महंगे से महंगे हीरे जवाहरात से भी नहीं की जा सकती है। माँ अपने बच्चों के लिए भयंकर से भयंकर तुफान से भी टकरा जाती है। माँ माने कि मातृत्व। हमारे पुराणों में माँ को सबसे ऊंचा दर्जा प्राप्त है। इसका सबसे अच्छा उदाहरण है माता दुर्गा का। माता दुर्गा समस्त ब्रह्मांड की जननी मानी जाती है। यही एक बड़ा कारण है कि नारी को भी भगवान का रूप माना जाता है।

वह माँ बनकर सबसे बड़ा फर्ज निभाती है। मैया, माई, अम्मा, अम्मी, जननी, मातु, जन्मदात्री, मातृ, मातरि, महतारी, माता, जनयित्री, जननी, वालिदा, महन्तिन, धात्री, प्रसू, मम्मी, ममी, अम्ब और अम्बिका यह सब माता के पर्यायवाची शब्द है। माँ के अनेकों शब्द है। माँ से ही हमें प्यार की अनुभूति प्राप्त होती है। जो प्यार हमें माँ से प्राप्त होता है वह और कहीं से भी नहीं हो सकता है। माता हम सभी को बिना कुछ पाने के बदले में ताउम्र अपना प्रेम लुटाती रहती है। इस दौरान वह हर तरह की पीड़ा को सहन कर लेती है। वह एक शब्द भी अपने बच्चे के खिलाफ नहीं बोलती है।

माँ का प्यार कितना जरूरी है?

हम सभी के लिए माँ का प्यार मिलना बहुत ही जरूरी है। माँ के बिना बच्चा अधूरा होता है। जैसे ही बच्चा धरती पर जन्म लेता है तभी से ही उसका अपनी माँ के साथ एक अनोखा रिश्ता कायम हो जाता है। उस बच्चे के लिए किसी और चीज से भी ज्यादा उसकी माँ महत्वपूर्ण हो जाती है। डाॅक्टर्स की एक रिसर्च के मुताबिक एक बच्चे के पर खाना भी इतना ज्यादा असर नहीं करता है जितना असर उसकी माँ द्वारा मिला अथाह प्यार कर देता है। माँ के प्रेम में एक अनोखी ही ताकत होती है। माँ की ममता के अनेकों फायदे हैं जैसे कि

1) बच्चे को अच्छा महसूस होता है। और जब उसे अच्छा महसूस होता है तब वह अच्छा प्रदर्शन भी करता है।

2) माँ के प्रेम में इतनी शक्ति होती है कि वह बच्चे की इम्युनिटी पावर को बुस्ट कर देता है।

3) माँ के प्रेम के चलते ही बच्चे बड़ी से बड़ी बीमारी से भी उबर जाते हैं।

माँ का हमारे परिवार में महत्व

हमारे जीवन में माँ से बढ़कर कोई और है ही नहीं। माँ है तो हम है और उसी से यह सारा संसार है। माँ दुनिया का सबसे प्यारा शब्द है। माँ हर रूप में अपने दायित्वों का पालन बड़े ही सरलता के साथ करती है, चाहे वह माता का रूप हो, पत्नी, सास या फिर बहन का रूप हो। माता के बिना हमारा परिवार फल फूल नहीं सकता है। एक माँ को ही पता होता है कि उसे घर किस रूप से चलाना है। एक माता के रूप में वह अपने बच्चे की पढ़ाई और लालन पालन की जिम्मेदारी उठाती है।

वह एक पत्नी के रूप में अपने पति की जिम्मेदारियों को संभालती है। उसे यह पता होता है कि उसे कहां पर और कैसे खर्च करना है। हम सभी ने अपने घरों में यह देखा है कि एक माँ सवेरे जल्दी उठकर घर का काम करती है और अपने बच्चो, पति और सास-ससुर के लिए खाना बनाती है। उसका काम पूरे दिन चलता है। कामकाजी महिलाओं का दिन थोड़ा और कठिन होता है क्योंकि उनको अपने परिवार के साथ-साथ कमाई का काम भी करना होता है। इतनी व्यस्त दिनचर्या होने के वाबजूद भी वह उफ्फ तक नहीं करती है। क्योंकि वह अपने परिवार से निस्वार्थ भाव से प्यार करती है।

माता कितने प्रकार की होती है?

हम अक्सर यह सोचते हैं कि माता का रूप केवल हमारी माँ तक ही सीमित होता है। पर यह सच नहीं है। माताओं के भी कई प्रकार होते हैं। हमारे पुराणों में सोलह तरह की माताओं का वर्णन है। इन माताओं का नाम इस प्रकार है। दूध पिलाने वाली (धाय), गर्भ धारण करने वाली, भोजन देने वाली, गुरु पत्नी, ईष्ट देव की पत्नी, सौतेली माँ , सौतेली माँ की बेटी, सगी बड़ी बहन, स्वामी की पत्नी, सास, नानी, दादी, सगे बड़े भाई की पत्नी, मौसी, बुआ और मामी। यह सभी सोलह प्रकार की माताएं होती है। इन सभी माताओं का अपना महत्व होता है। यह सभी अलग-अलग प्रकार की भूमिका को निभाती है।

माँ पर कविता

शहीद की माँ

शहीद का जनाज़ा निकला था,

तिरंगे में लिपटा,

हज़ारों की भीड़ में।

काँधा देने की होड़ में

सैकड़ो के कुर्ते फटे थे,

पुट्ठे छिले थे।

भारत माता की जय,

इंकलाब ज़िन्दाबाद,

अंग्रेजी सरकार मुर्दाबाद

के नारों में शहीद की माँ का रोदन

डूब गया था।

उसके आँसुओ की लड़ी

फूल, खील, बताशों की झडी में

जनता चिल्लाई थी-

तेरा नाम सोने के अक्षरों में लिखा जाएगा।

गली किसी गर्व से

तीस बरस बाद

शहीद की माँ का जनाजा निकला है,

तिरंगे में लिपटा नहीं,

(क्योंकि वह ख़ास-ख़ास

लोगों के लिये विहित है)

केवल चार काँधों पर

राम नाम सत्य है

गोपाल नाम सत्य है

के पुराने नारों पर;

चर्चा है, बुढिया बे-सहारा थी,

जीवन के कष्टों से मुक्त हुई,

गली किसी राहत से छुई छुई।

-हरिवंश राय बच्चन

माँ पर शायरी

चलती फिरती हुई आँखों से अज़ाँ देखी है

मैं ने जन्नत तो नहीं देखी है माँ देखी है

-मुनव्वर राना

दुआ को हात उठाते हुए लरज़ता हूँ

कभी दुआ नहीं माँगी थी माँ के होते हुए

-इफ़्तिख़ार आरिफ़

अभी ज़िंदा है माँ मेरी मुझे कुछ भी नहीं होगा

मैं घर से जब निकलता हूँ दुआ भी साथ चलती है

इस तरह मेरे गुनाहों को वो धो देती है

माँ बहुत ग़ुस्से में होती है तो रो देती है

घर लौट के रोएँगे माँ बाप अकेले में

मिट्टी के खिलौने भी सस्ते न थे मेले में

-क़ैसर-उल जाफ़री

माँ की दुआ न बाप की शफ़क़त का साया है

आज अपने साथ अपना जनम दिन मनाया है

-अंजुम सलीमी

माँ के नाम समर्पित एक खास दिन

माँ सभी को प्यारी होती है। माँ से ही हमारे दिन और रात है। जिसके पास माँ नहीं है उसको माँ की कमी बहुत ज्यादा खलती है। माँ अपने बच्चे पर कभी भी आंच नहीं आने देती है। माँ बिना कोई शिकायत के अपने दायित्व और फर्ज को पूरा करती है। क्या आपको पता है कि माँ के नाम भी एक खास दिन समर्पित होता है? जी हां, दूसरे उत्सवों की ही तरह हर साल मई के दूसरे रविवार को इंटरनेशनल मदर्स डे के रूप में मनाया जाता है। यह पर्व सभी माओं के लिए बहुत खास होता है। इस दिन बच्चे अपनी माँ के लिए कुछ अलग ही करने की योजना बनाते हैं। इस दिवस को मनाने की परंपरा अमेरिका से शुरू हुई थी। एना जार्विस को इस दिवस को शुरू करने का श्रेय जाता है। उसने अपनी माँ के ही नाम अपना जीवन समर्पित कर दिया था। वह जीवनभर कुंआरी रही।

तो आज के इस निबंध के माध्यम से हमने माँ पर निबंध को समझा। हमारी माँ जैसा इस दुनिया में और कोई भी नहीं है। आज हमारी माँ अगर इस संसार में नहीं होती तो हमारा अस्तित्व भी आज नहीं होता। जैसे माँ हमारे पर निस्वार्थ भाव से प्यार लुटाती है ठीक वैसे ही उसे भी अपने बच्चों का प्यार चाहिए। हम आशा करते हैं कि आप सभी को हमारे द्वारा तैयार किया हुआ यह निबंध पसंद आया होगा।

मेरी माँ पर निबंध 100 शब्दों में

माँ को दुनिया सबसे उंचा दर्जा प्राप्त होता है। माँ से ही हमारा संसार है। माँ को हम सभी भगवान का दर्जा देते हैं। माँ की वजह से हम गुलाब की तरह महकते हैं। माँ हमारी दोस्त होती है। वह हमें सही राह पर चलना सिखाती है। उन बच्चों से जाकर पूछो कि उन्हें कैसा लगता है जिनकी कोई माँ ही नहीं होती है। वह माता के प्रेम से अनभिज्ञ रहते हैं। माँ हमारे अंदर हर तरह के संस्कार के बीज बोती है। माँ हमारी सुख-दुःख की घड़ी में सदा हमारे साथ खड़ी रहती है। माँ हमारे पर कोई भी तरह की आंच नहीं आने देती है। माँ के सहारे हम जीवन में अपने मुकाम को हासिल करते हैं।

मेरी माँ पर निबंध 200 शब्दों में

माँ बिना सब सूना है। माँ से ही हमारा संसार महकता है। माँ ही हमारी सच्ची दोस्त होती है। वह हमारी सर्वप्रथम गुरू भी होती है। उसके बिना हम दुनिया में कुछ भी नहीं सीख सकते हैं। हमारे जीवन का पहला अक्षर भी हम अपनी माँ से ही सीखते हैं। माँ के उचित मार्गदर्शन के बिना हमारा जीवन दिशाहीन हो जाता है। माँ से हमें हौसला मिलता है। माँ हमें जीवन के हर तरह के संकटों से उबार देती है। माँ का प्यार मिलना बहुत ही जरूरी होता है। इस प्यार से हमें एक अलग प्रकार के आनंद की प्राप्ति होती है। पहले के दौर में माँ की भूमिका केवल रसोईघर तक ही सीमित थी। लेकिन आज समय बदल गया है। आज के दौर की महिलाएं बखूबी से अपने करियर और बच्चे को अच्छे से संभाल रही है।

मेरी माँ पर 10 लाइनें

1) माँ ताउम्र हमपर ममता लुटाती है।

2) माँ के बिना हम अधूरे माने जाते हैं।

3) एक माँ घर की सारी जिम्मेदारी को अच्छे से संभालती है।

4) भगवान द्वारा दिया गया सबसे बेहतरीन तोहफा है हमारी माँ।

5) माँ को भगवान का दर्जा प्राप्त है।

6) माँ अपने पूरे जीवन को अपने बच्चों के लिए समर्पित कर देती है।

7) एक पुरानी कहावत है कि पूत कपूत हो सकते हैं पर माता कभी भी कुमाता नहीं हो सकती है।

8) हमें अपनी माँ की आज्ञा का पालन करना चाहिए।

9) माँ हमसे बिना कोई शर्त के प्रेम करती है।

10) मेरी माँ दुनिया की सबसे अच्छी माँ है।

A1. हमारे जीवन में माँ का होना बहुत ज्यादा जरूरी है। वह हमें सहारा देती है। वह हमारे मुश्किल से मुश्किल दिनों में भी हमारे साथ खड़ी रहती है। भले ही हमसे सारी दुनिया मुंह मोड़ ले परंतु माँ अपने बच्चे का साथ कभी भी नहीं छोड़ती है।

A2. विज्ञान के अनुसार माँ गर्भधारण करके बना जाता है।

A3. औरत कोई भी भूमिका में हो सकती है जैसे कि एक पत्नी की भूमिका, दादी, नानी, बहन, बेटी, ताई, चाची आदि। लेकिन माँ की भूमिका एकदम अलग होती है। माँ का दर्जा सबसे बड़ा होता है।

A4. एक माँ अच्छी माँ तभी बन सकती है जब वह पूर्ण रूप से कर्तव्यों का पालन करते हुए अपने बच्चे की अच्छी देखभाल करें। अच्छी माँ हमेशा मुश्किल दिनों में भी धैर्य के साथ काम करती है। वह साहसी होती है। वह अपने बच्चों की सबसे बड़ी गुरू होती है।

A5. दूध पिलाने वाली (धाय), गर्भ धारण करने वाली, भोजन देने वाली, गुरु पत्नी, ईष्ट देव की पत्नी, सौतेली माँ , सौतेली माँ की बेटी, सगी बड़ी बहन, स्वामी की पत्नी, सास, नानी, दादी, सगे बड़े भाई की पत्नी, मौसी, बुआ और मामी। यह सभी सोलह प्रकार की माताएं होती है।

A6. माँ का प्यार बच्चे के लिए जादू की झप्पी की तरह काम करता है। वह बच्चे को बुरे हालातों से भी उबरने में मदद करता है। माँ का प्यार हमारे लिए सपोर्ट सिस्टम की तरह काम करता है। यह हमें हिम्मत और हौसला प्रदान करता है।

A7. दुनिया में सबसे बड़ी माता मां दुर्गा को कहा जाता है। माँ दुर्गा को समस्त ब्रह्मांड की माता के रूप में जाना जाता है। माता संपूर्ण संसार के दुखों को होती है।

A8. सिंगल मदर होने के फायदे भी है और नुकसान भी। हालांकि बदलते समय के साथ समाज में काफी परिवर्तन आया है। परंतु आज भी इस मॉर्डन दुनिया में सिंगल मदर को मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। वह अकेलेपन का जल्द शिकार हो जाती है।

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मेरी माँ पर निबंध

Essay on My Mother in Hindi: माँ का ख्याल आते ही दिल प्यार के समंदर में गोते खाने लगता है। आखिर हमने कितने वर्ष उसकी कोमल प्यार भरी बांहों में बिताये, उसने हमें 9 महीने अपनी कोख में रखा, 2 साल तक अपनी ममता भरी गोद में रखा और उम्र भर अपने दिल में रखा।

उसके रहते हुए हमें कभी कोई सांसारिक कष्ट महसूस नही हुए और ना हुई उसने हमें कभी किसी भयानक दर्द से गुजरने दिया। एक शायर ने भी क्या खूब कहा है “तुम्हारी जिंदगी में जरा भी तकलीफ़, गम और दर्द ना होता अगर तुम्हारा नसीब तुम्हारी माँ ने लिखा होता।”

Essay on My Mother in Hind

वैसे हमारे जीवन में बाप की अहमियत भी कम नही होती। क्योंकि वही हमें इस दुनिया से लड़ने के काबिल बनाता है।

मगर जितनी जरूरत माँ के प्यार की जीवन में होती है, उतनी शायद किसी और व्यक्ति की नही होती। मेरी बातों को वो लोग अच्छे से समझ सकते हैं, जो अपनी माँ को खो चुके हैं।

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मेरी माँ पर निबंध (Essay on My Mother in Hindi)

यहां पर हम अलग-अलग शब्द सीमा में मेरी माँ पर निबंध (meri maa essay in hindi) शेयर कर रहे हैं यह निबन्ध हर कक्षाओं के विद्यार्थियों के लिए मददगार है।

मेरी माँ पर निबंध 50 शब्दों में

मेरी जिंदगी की सबसे महत्वपूर्ण महिला मेरी प्यारी माँ हैं। वह स्वभाव से बहुत मेहनती और प्यार करने वाली है। मेरी माँ परिवार के हर सदस्य का अच्छे से ख्याल रखती है। वह सुबह-सुबह जल्दी उठ कर हम लोगों के लिए खाना तैयार करती है।

मेरे दिन की शुरूआत अक्सर मेरी माँ के साथ ही होती है, वो सुबह जल्दी उठ कर मुझे भी बिस्तर से जल्दी उठाती है। इसके बाद वह मुझे स्कूल के लिए तैयार करती है और बहुत ही स्वादिष्ट भोजन बनाती है।

इसके अलावा वह मेरा गृह कार्य करने में भी मदद करती है और वो मेरी सबसे अच्छी टीचर भी है। मैं अपनी माँ से बहुत प्यार करता हूँ और आशा करता हूँ कि मेरी माँ की उम्र बहुत लंबी हो।

मेरी माँ पर निबंध 100 शब्दों में

मेरे जीवन की सबसे प्रभावशाली व्यक्ति मेरी माँ है। इसलिए उनके प्रति मेरे दिल में बहुत प्रशंसा और इज़्ज़त है। वो मेरी जिंदगी की सबसे पहली और अच्छी टीचर है। वह मुझ से बहुत प्यार करती है और मेरी वजह से अपनी ख़ुशियों की कुर्बानी दे देती है। मेरी माँ अपने काम के प्रति बहुत समर्पित हैं और उनका मेहनती स्वभाव हमेशा मुझे बहुत लुभाता है।

मेरी माँ घर में सबसे पहले उठती है और हमेशा हमारे बिस्तर से उठने से पहले ही वो अपने काम-काज चालू कर देती है। मेरी माँ मेरे घर की प्रबंधक है।

वह हमारे घर की प्रत्येक चीज और जरूरत का बहुत ख्याल रखती है। वह हमारे घर के लिए स्वादिष्ट भोजन बनाती है, ख़रीददारी करती है और ईश्वर से हमारे लिए प्रार्थना भी करती है।

इसके साथ ही वो हमारी हर छोटी बड़ी ज़रूरतों का भी बखूबी ध्यान रखती हैं। मेरी माँ मुझे और मेरे भाई/बहन को भी पढ़ाती है और होम वर्क भी पूरा करने में भी मदद करती है। इन्ही सभी योगदानों के कारण मेरी माँ हमारे घर की रीढ़ की हड्डी है।

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मेरी माँ पर निबंध 150 शब्दों में

माँ सबसे उपयुक्त शब्द है जो मैंने अब तक सीखा है। मेरी माँ मेरी जिंदगी में मेरे लिए सबसे प्रभावशाली व्यक्ति हैं। मेरी माँ ना केवल एक मेहनती व्यक्ति है बल्कि अपने काम के प्रति पूरी तरह समर्पित हैं।

वह सुबह सूरज के उगने से पहले उठ जाती हैं और अपने प्रतिदिन के कार्यों को करना शुरू कर देती है। मेरी माँ एक बहुत ही सुंदर और दयालु दिल वाली महिला है जो हमारे घर में प्रत्येक चीज का ध्यान रखती है।

मैं अपनी माँ की बहुत इज़्ज़त करता है क्योंकि उन्होने ना केवल मुझे किताबी ज्ञान को सीखने में मदद की। बल्कि अपने अनुभवों की सीख से मुझे सही-गलत का अंदर सिखा कर मुझे एक अच्छा इंसान बनने में भी मदद की।

वह हमारे लिए खाना बनाती है, सभी का ध्यान रखती और घर के लिए ख़रीददारी करती है। इसलिए वो ज्यादातर समय व्यस्त रहती है।

उन्हे जब खाली समय मिलता है तो वो मेरे साथ खेलती हैं, मेरा गृह कार्य करने में मदद करती है और दूसरी जरूरी कामों में भी मदद करती है।

मेरी माँ मुझे कई तरह की चीजें सीखने में भी मदद करती है इसलिए मैं अपनी माँ से बहुत प्रेम करता हूँ और ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ कि उनकी उम्र हो।

Essay on My Mother in Hindi

मेरी माँ पर निबंध 200 शब्दों में

माँ एक ऐसा शब्द है जिसको शब्दों में व्यक्त नही किया जा सकता, मेरी माँ ही मेरे दिल के सबसे करीब है। उसी ने मेरी जिंदगी को एक सही आकार देने में मदद की है। मेरी माँ एक बहुत दयालु दिल की सुन्दर महिला है जिसने मेरा जिंदगी के हर मोड़ पर साथ दिया।

उनकी व्यस्त दिनचर्या सूरज के उगने से पहली ही शुरू हो जाती है वो हमारे लिए ना केवल खाना तैयार करती है। बल्कि मेरे हर कार्य में भी पूरी मदद करती है।

जब मुझे अध्ययन में कोई परेशानी पेश आती है तो मेरी माँ टीचर बन कर मेरी समस्याओं को सुलझाने में मदद करती है और जब मैं बोर हो जाता हूँ तो मेरी दोस्त बन कर मेरे साथ खेलती है।

वह हमारे घर में दूसरा रोल निभाती है और जब कोई हमारे परिवार में बीमार पड़ जाता है तो वो पूरी रात जाग कर उसका ख्याल रखती है। हमारे परिवार के लिए वो अपनी ख़ुशियों की भी कुर्बानी हस्ते-हस्ते दे सकती है।

वैसे स्वभाव से मेरी माँ बहुत मेहनत करनी करने वाली महिला है। वो सुबह से शाम तक घर के सभी जरूरी कामों को करती हैं। 

उन्होने जिंदगी के हर मोड़ पर मेरा मार्गदर्शन किया है। निविदा उम्र में, मेरे लिए यह तय करना बहुत मुश्किल था कि क्या सही है और क्या गलत मगर मेरी मां मेरे जीवन में सही रास्ता दिखाने के लिए हर समय मौजूद रही।

Essay on My Mother in Hindi

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मेरी माँ पर निबंध 250 शब्दों में

मेरी माँ मेरे लिए सब कुछ है। मैं उसी के कारण इस सुंदर संसार को देख पा रहा हूँ। उसी के प्यार और दयालूता ने मुझे इतना बड़ा किया और एक बेहतर इंसान बनने में मदद किया।

मेरे अनुसार माँ दुनिया की सबसे भरोसेमंद शख्स होती है जिससे आप अपने दिल की हर बात साझा कर सकते हैं। मेरी माँ मेरी सबसे अच्छी दोस्त भी है।

मैं उसके साथ अपने सभी खूबसूरत लम्हे साझा कर सकता हूँ। मैंने अपने हर बुरे वक्त में अपनी माँ को सबसे करीब पाया। उसने मुझे उस बुरे समय में काफी सहारा भी दिया। इसलिए मेरे दिल में मेरी माँ के प्रति काफी प्रशंसा है।

मेरी माँ बहुत ज्यादा मेहनती है और अपने काम के प्रति पूरी तरह समर्पित रहती है। मैंने उन्ही से सीखा है कि कोशिश कभी बेकार नही जाती तथा मेहनत से ही सफलता आती है। वह पूरे दिन चेहरे पर हल्की मुस्कान के साथ काम करती रहती है।

वह ना केवल अच्छा एवं स्वादिष्ट खाना बनाती है बल्कि घर के हर सदस्य की अच्छे से देखभाल भी करती है। वह हमारे परिवार के लिए काफी अच्छे निर्णय भी लेती है। कई बार तो पिता जी भी माँ के पास सलाह लेने के लिए आते हैं। क्योंकि वो निर्णय लेने में बहुत निपुण है।

हमारे परिवार में कुल-मिला कर चार सदस्य हैं, मेरे पिता, मेरी माँ, मैं और मेरी छोटी बहन, हम सभी की देखभाल हमारी मां करती है। उन्होने मुझे जिंदगी के नैतिकता के बारे में भी बताया।

जब मैं कभी गृह अध्ययन करते समय किसी समस्या में फँस जाता हूँ तो माँ एक टीचर के रूप में मेरी समस्याओं को सुलझाने में मदद करती हैं। इसलिए वो हर समय व्यस्त ही रहती है।

मेरी माँ एक दयालु दिल की महिला है जिसके प्यार की छतरी हमेशा मेरे सर पर रही है और मैं इस बात को भी जानता हूँ कि इस संसार में मेैं माँ जैसे प्यार को कहीं और नही तलाश कर सकता।

हर बच्चा अपनी माँ से प्यार करता है मगर माँ की असली अहमियत वही जानता है जिसकी जिंदगी में माँ नही है। मैं अपनी जिंदगी में अपनी माँ को हर समय मुस्काराते हुए देखना चाहता हूँ।

मेरी माँ पर निबंध 300 शब्दों में

माँ बच्चे के मुँह से निकलने वाला पहला शब्द होता है। मेरे लिए माँ ईश्वर के द्वारा दिया गया सबसे अच्छा और किमती तोहफा है। अपनी माँ के प्यार और उसके दयालूता भरे चरित्र को शब्दों में व्यक्ति करना मेरे लिए बहुत मुश्किल है।

हर बच्चे के लिए उसकी माँ सबसे ज्यादा प्यार करने वाला और फिक्र करने वाला शख्य होती है। मुझे नही लगता कि कोई भी व्यक्ति माँ जैसे प्यार को कही और अनुभव कर सकता है। मेरी माँ में वो सभी काबिलियतें और गुण मौजूद है जो एक अच्छी माँ में होनी चाहिए।

मेरे परिवार में कुल 6 सदस्य है जिनमें मेरे दादा-दादी, मेरे माता-पिता और मैं तथा मेरी छोटी बहन है लेकिन केवल मेरी माँ के कारण ही हमारा घर एक और खुशहाल है।

वह सुबह जल्दी उठती है, उठने के बाद वो तैयार होती है और अपने प्रतिदिन के कार्य में जुट जाती है। वह हमारा पूरी तरह ख्याल रखती है और तरह-तरह के स्वादिष्ट खाद्य पदार्थ बनाती है। 

वो घर के हर सदस्य की पसंद और ना पसंद को काफी अच्छी तरह से जानती है और उन्हे यह भी पता रहता है कि कब मेरे दादा जी ने कितनी बार कौनसी दवा ली है। मेरे दादा जी मेरी माँ को घर का प्रबंधक कहते हैं। क्योंकि वो घर की हर चीज को प्रबंधित रखती हैं।

मैं अपनी मां की नैतिक शिक्षाओं के साथ बड़ा हुआ हूं। उन्होने मेरा जिंदगी के हर पड़ाव पर मार्गदर्शन किया है। वो मेरी भावनाओं को अच्छी तरह समझती हैं। उन्होने मुझे बुरे हालातों में हर बार सहारा दिया है और मुझे प्रेरित किया है।

मेरी माँ मुझे एक अनुशासित, समयनिष्ठ और भरोसेमंद व्यक्ति बनना सिखाती हैं। वह एक पेड़ की तरह है जो हमारे परिवार को अपने प्यार की छांव में रखती है। खैर वो बहुत सारा काम करती हैं मगर फिर भी वो एकदम शांत रहती हैं।

वह किसी भी बुरी परिस्थिति में अपना धैर्य नही खोती। मेरी माँ और मुझ में एक खास तरह का प्यार है और उन्होने मेरा हमेशा साथ दिया है। मैं भगवान से हमेशा दुआ करता हूँ कि मेरी माँ हमेशा स्वस्थ और खुश रहे।

मेरी माँ पर निबंध 600 शब्दों में

मां इस शब्द में कितना मिठास है। इस शब्द को पुकारते ही व्यक्ति का हर पीड़ा कम हो जाता है। मां भगवान से भी बड़ी होती है तभी तो व्यक्ति जब पीड़ा में होता है तो उसके मुख से सबसे पहले मां शब्द ही निकलता है। मां के द्वारा स्नेह और प्यार से हमारे ऊपर फेरे गए हाथ हमारी हर दर्द को कम कर देता है।

मेरी मां मेरी प्रेरणा है। मां मेरी प्रथम शिक्षक है, जिन्होंने मुझे बचपन से अच्छे संस्कार दिए जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरणा दी दुख सह कर भी उन्होंने मेरे खुशी को हमेशा प्राथमिकता दिया है। स्वयं से पहले वह मेरे बारे में पूछती है। मां ही तो है, जो हर घड़ी मेरा हालचाल पूछते रहती है।

दुनिया में एक मां ही तो है, जो निस्वार्थ रूप से प्यार करती है। वह हमेशा हमारे लिए करते रहती है लेकिन कभी भी हमसे उसका मूल्य नहीं मांगती।

मां ने मुझे हमेशा से ही दूसरों के प्रति अच्छा व्यवहार रखना सिखाया है, अपने कार्य के प्रति ईमानदार रहना सिखाया है। यही कारण है कि आज मां के कारण ही में एक सफल व्यक्ति बन सका हूं।

मामत्व ना केवल इंसानों में बल्कि जानवरों में भी देखने को मिलती है। हर जीव की मां भगवान के समान होती है। भगवान ने ही तो हर जीव को उत्पन्न किया है। भगवान एक समय हर एक जीवो के पास उपस्थित नहीं रह सकते, इसीलिए तो उन्होंने मां को उत्पन्न किया और हर एक जीव को मां दिया जो अपने बच्चों का ख्याल रखती है।

मां के आश्रय में हर दुख दूर हो जाता है। एक स्त्री बेटी पुत्री, बहू ना जाने कितने ही रुप में रिश्ते निभाती है। लेकिन उनमें से सबसे ऊपर मां का पद होता है। दुनिया में मां का पेशा ऐसा है, जिसकी तुलना किसी से नहीं की जा सकती। मां का पद सबसे ज्यादा सम्मानीय होता है।

मां का पेशा सबसे बड़ा होता है, जिसकी कोई सैलरी निश्चित नहीं की जा सकती। मां के द्वारा दिए गए प्यार के लिए बच्चा अपने आप को भी समर्पित कर दें तो वह भी कम है। मां तो प्रेम और त्याग की मूर्ति है। मां चाहे तो अपने बच्चे की रक्षा के लिए बड़े से बड़े परेशानियों का भी सामना कर सकती हैं।

स्त्री होने के नाते उसके अंदर भले ही शक्ति हो या ना हो लेकिन मां के रूप में वह सर्वशक्तिमान होती है। मां शब्द के महत्व का अंदाजा ही नहीं लगाया जा सकता। सभी रिश्तो में मां का रिश्ता सबसे सर्वोपरि होता है।

मां पालनकर्ता भी होती है, मां शिक्षक भी होती है और मां शखा भी होती है। जरूरत पड़ने पर वह शिक्षक की तरह हमें शिक्षा देती है और सही मार्ग पर चलने के लिए प्रोत्साहित करती है।

वहीँ मुसीबत में दोस्त की तरह हमारे साथ खड़ी होती है और हमारे दुखों को कम करती है। खुद खाना भूल सकती है लेकिन अपने बच्चे को खिलाना कभी नहीं भूल सकती।

मां की ममता का कोई मोल नहीं चुका सकता। मां की ममता दुनिया की सबसे बड़ी कीमती वस्तु है और इसका महत्व वही समझ सकता है, जिसकी मां नहीं है।

एक बार ईश्वर हमसे नाराज हो सकते हैं लेकिन मां कभी भी हमसे नाराज नहीं हो सकती। मां के बिना तो जीवन की कल्पना ही नहीं की जा सकती। व्यक्ति कितना भी पूजा पाठ करें, वह चारों तीर्थ धाम क्यों ना चला जाए लेकिन जब तक वह मां का सम्मान नहीं करता तब तक यह हर चीज निरर्थक है।

भगवान गणेश अपने माता पिता भगवान शिव और पार्वती की परिक्रमा करके मानव जाति को इस बात का ज्ञान दिये कि दुनिया में सबसे बड़ा तीर्थ और पुण्य का काम मां बाप का सेवा करना ही होता है। मां के दिल दुखाने से बड़ा पाप जीवन में कुछ नहीं हो सकता।

इस पाप को व्यक्ति पवित्र नदियों में नहाकर या तीर्थ यात्रा करके नहीं धो सकता। बालक द्वारा की गई गलती पर जब तक मां क्षमा नहीं करती तब तक भगवान भी स्वयं उसके गलती के लिए क्षमा नहीं करते।

एक स्त्री दूसरी स्त्री या अन्य के प्रति ईर्ष्यालु हो सकती है, वह अन्य के प्रति दुष्ट हो सकती है लेकिन वह अपने बालक के प्रति कभी भी दुष्ट नहीं होती। इसीलिए हर एक बालक को चाहिए कि वह हमेशा ही अपने मां का सम्मान करें, कभी भी उनके दिल को ना दुखाए।

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मेरी माँ पर निबंध 1200 शब्दों में

दुनिया में हर शब्द का परिभाषा हो सकता है परंतु मां की परिभाषा देना बहुत कठिन है। क्योंकि इसकी एक परिभाषा नहीं बल्कि हजारों परिभाषा भी कम पड़ जाए। यह तो वह करुणा की मूर्ति है, जो अपने ममता से एक बालक के जीवन को हर खुशियों से भर देती है।

उसके लिए स्वयं से ज्यादा अपने बालक के जीवन का मोल होता है। तभी तो मां असहनीय पीड़ा सहने के बाद अपने बालक को जन्म देती है।

कहते हैं स्त्री कमजोर होती है लेकिन स्त्री से बड़ा शक्तिशाली और सहनशीलता कोई नहीं होता। मां के रूप में एक मां जितना दर्द सहती है, उतने दर्द से तो एक चट्टान भी फट जाए।

एक मां का समाज और राष्ट्र के विकास में महत्वपूर्ण योगदान होता है। क्योंकि मां चाहे तो अपने बालक को बिगाड़ भी सकती है और मां चाहे तो अपने बालक को महान व्यक्ति भी बना सकती है।

हर मां यही चाहती है, उसका बालक जीवन में महान व्यक्ति बने, वह एक प्रभावशाली व्यक्तित्व बनाने में सफल हो सके। हालांकि एक बालक के जीवन में शिक्षक का काफी महत्व होता है सफलता पाने में।

लेकिन मां बच्चे की प्रथम शिक्षक होती है और जिंदगी भर वह शिक्षक की तरह अपने बच्चे को सही गलत का फर्क सिखाते हुए हर एक कठिन मार्ग पर उसे मार्गदर्शित करती है।

मां के मार्गदर्शन पर बालक कभी भी असफल नहीं हो सकता। हर एक व्यक्ति और जीव का अस्तित्व मां से जुड़ा हुआ है। भगवान ने मां के जरिए ही इस सृष्टि की रचना की है। मां को सम्मानित करने के लिए ही मदर डे मनाया जाता है।

लेकिन मां के सम्मान के लिए केवल एक विशेष दिन नहीं होना चाहिए बल्कि हर दिन हर पल मां को समर्पित होना चाहिए। क्योंकि मां के कारण ही तो यह जीवन है।

तो फिर मां के लिए किसी एक विशेष दिन को कैसे समर्पित कर सकते हैं, मां के लिए तो पूरा जीवन ही समर्पित है। इसीलिए जो व्यक्ति मदर डे को अपनी मां के लिए कुछ खास करते हैं, उन्हें हमेशा ही अपने मां को सम्मान देना चाहिए।

क्योंकि मां कभी भी अपने बच्चे को किसी एक विशेष दिन को प्यार या स्नेह नहीं देती बल्कि वह जिंदगी भर अपने बालक को प्यार और स्नेह देती है।

हमारे जीवन में कई रिश्ते होते हैं और हर रिश्ते में किसी गलतफहमी से कभी ना कभी दरार आ सकती है, हर रिश्ता जरूरत के समय धोखा दे सकता है। लेकिन मां के साथ का रिश्ता भगवान भी नहीं तोड़ सकता।

दुनिया आप पर विश्वास करें या ना करें लेकिन मां आप पर हमेशा विश्वास करती है। क्योंकि एक मां को अपने लालन-पालन पर पूरा विश्वास होता है। वह जानती है कि उसने अपने बालक को जो शिक्षा और संस्कार दिया है, उसके विपरित उसका बालक कुछ नहीं कर सकता।

मैं अपने मां के लिए जितना बोलू उतना ही कम है। आज भी जब किसी समस्या में रहता हूं तो सबसे पहले मां का ही विचार आता है। वह पल याद आ जाता है जब मां मेरे चेहरे को देख कर समझ जाती थी कि मैं किसी परेशानी में हूं।

ना जाने उनके पास कैसी कला थी, जिससे उन्हें पता चल जाता था कि मैं दुखी हूं और मुझे देख वह भी दुखी रहती थी। जब तक मैं खा नहीं लेता था तब तक वह भी नहीं खाती थी।

आज भी जब काम से घर लेट जाता हूं तो घर का हर सदस्य सो जाता है। लेकिन मां ही तो होती है, जिसका ध्यान दरवाजे पर रहता है कि कब उसका बेटा आएगा। घर पहुंचते ही सबसे पहले वही उठती है और खाने का पूछती है।

मेरे इंतजार में वह भी भूखी रहती है। उस पल को याद करके बहुत ज्यादा मां के प्रति प्यार उमड आता है जब बिमार पडा करता था तो मां रात भर बगल में बेठी मेरे सिर को फेरते रहती थी।

जब तक मैं ठीक ना हो जाता था तब तक उन्हें भी नींद नहीं आती थी। आज भी मां भगवान के सामने बस मेरी ही खुशी की प्रार्थना करती है।

मां अक्सर पूछा करती थी कि जब कमाने लगूंगा तब मां के लिए साड़ी लाऊंगा कि नहीं। मैंने तो उसी दिन ठान लिया था कि जब हाथ में पहली कमाई आएगी तो पूरी की पूरी कमाई मां के हाथ में धर दूंगा।

आज भी मुझे किसी जगह इतनी सुकून और शांति नहीं मिलती जितना मां के गोद में लेट कर मिलता है। उनके हाथों में न जाने कैसा जादू है, जिससे उनके हाथ फैराते ही मेरी सारी थकान दूर हो जाती है।

मुझे आज भी वह दिन याद है जब स्कूल के सभी बच्चे पिकनिक पर जा रहे थे लेकिन पिकनिक की फीस अधिक होने के कारण मुझे पिताजी को बोलने में संकोच हो रहा था फिर भी मैंने हिम्मत जुटाकर पिताजी को पिकनिक जाने की बात कही।

लेकिन उन्होंने यह बात कह कर मना कर दिया कि अभी उनके पास पैसे नहीं है। लेकिन मां को मेरे चेहरे की उदासी दिखी गई। दूसरे दिन मां स्कूल जाकर पिकनिक फीस जमा कर आई, जिसे उन्होंने लंबे समय तक जमा करके रखा था।

ताकि मैं पिकनिक जा सकूं और मेरे चेहरे पर दुबारा मुस्कान आ जाए। उस दिन मुझे एहसास हुआ कि मां को अपने बच्चे की खुशी से ज्यादा कुछ नहीं चाहिए होता है।

वह तो अपने बच्चे की खुशी के लिए दुनिया का हर धन दौलत भी कुर्बान कर देगी, उसे बस प्यार के बदले में प्यार ही चाहिए। वह अपने बच्चे को जीवन में बड़ा आदमी बनने की कल्पना तो जरूर करती है।

लेकिन वह कभी भी अपने स्वार्थ के लिए अपने बच्चे को सफलता दिलाने का नहीं सोचती बल्कि उसके मन में तो केवल अपने बच्चे की खुशी ही मात्र रहती हैं।

मुझे बहुत दुख होता है, उन लोगों का सोच कर जो अपने माता-पिता को बुढ़ापे में बेसहारा छोड़ देते हैं। जिस माता-पिता ने अपना पूरा जीवन अपने बच्चे को समर्पित कर दिया, वही मां-बाप बुढ़ापे में उस बच्चे के लिए बोझ बन जाते हैं। कितनी शर्म की बात है। मेरे अनुसार तो दुनिया में वृद्धाश्रम ही नहीं होना चाहिए।

क्या हर मां अपने बच्चे को यही उम्मीद से सब दुख दर्द साहकर अपने बच्चों को पालती है कि यह बच्चा बड़ा होकर मुझे वृद्धाश्रम में छोड़ देगा। कोई भी मां अपने बच्चे से यह कभी भी उम्मीद नहीं करती है।

यहां तक कि जो बच्चे अपने मां को बुढ़ापे में वृद्ध आश्रम में छोड़ देते हैं, उस वक्त भी मां के दिल से अपने बच्चे के लिए दुआ ही निकलता है।

बच्चा अपनी मां के साथ कितना ही गलत क्यों ना करें लेकिन मां अपने बच्चे के लिए कभी भी गलत नहीं करती। तभी तो मां को भगवान से भी बड़ा माना जाता है।

आज मुझे बहुत खुशी हुई मेरी मां के बारे में लिखकर। हालांकि मैंने मां के बारे में जितना भी लिखा कम ही है क्योंकि मां के बारे में कोई भी कभी कुछ पूरा नहीं लिख सकता।

जब भी आप कभी माँ के ऊपर कोई श्रेष्ठ निबंध लिखना चाहते हो तो आंखे बंद कर के अपनी माँ के सच्चे प्यार को महसूस करिये और दिल में जो विचार आए, उसे कलम के द्वारा कागज पर व्यक्त कर दिये। फिर जो लेख ऊभर कर आएग वो लोगों के दिल और दिमाग को पूरी तरह जीत लेगा।

तो इस तरह आप कुछ ही समय में एक अच्छा निबंध तैयार कर सकते हैं या फिर ऊपर दिये गए निंबधों में से अपनी जरूरत के हिसाब से कोई भी निबंध चुन सकते हैं।

इस लेख में हमारे जीवन के सबसे कीमती और प्यारे व्यक्ति यानी मेरी मां पर मेरी माँ हिंदी निबंध (essay on mother in hindi) के द्वारा बताया।

हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा ये आर्टिकल पसंद आया होगा। अगर पसंद आया तो कृपया इस लेख को अपने दोस्तों एवं प्रियजनों के साथ शेयर करना ना भूलें और यदि आपका कोई सवाल है या फिर कोई सुझाव है तो हमें कमेंट के माध्यम से जरूर बताए।

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Rahul Singh Tanwar

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Essay on Mother in Hindi : दोस्तों आज हम ने मां पर निबंध लिखा है मां का जीवन बड़ा ही अनमोल और समर्पण भाव से जुड़ा हुआ होता है वह हम बच्चों की सबसे पहली गुरु होती है वही हमारा संसार होती है इसलिए हमने मां को समर्पित निबंध लिखा है.

अक्सर कक्षा 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10 और 12 के विद्यार्थियों को मां पर परीक्षाओं एवं भाषण देने के लिए के लिए कहा जाता है उनकी सहायता के लिए हमने यह निबंध लिखा है.

essay on mother in hindi

Get Some Essay on Mother in Hindi for student under 100, 250, 500 or 1000 words

10 lines Essay on Mother in Hindi

(1) मेरी मां दुनिया की सबसे अच्छी मां है.

(2) मां ने ही मुझे जन्म दिया है और मेरे लिए अनेक कष्ट सहे है फिर भी वह खुश रहती हैं

(3) मेरी मां मुझे बहुत प्यार करती है और रोज स्कूल जाने के लिए तैयार करती है.

(4) वह रोज मुझे सुबह शाम प्यार से खाना खिलाती है.

(5) मेरी मां मेरे साथ साथ पिताजी और उनके माता-पिता का भी ख्याल रखती है.

(6) मां मुझे रोज नई शिक्षाप्रद बातें बताती है साथ ही सही और गलत में फर्क करना भी सिखाती है.

(7) मां हमेशा परिवार की खुशी में ही खुश रहती है वह अपने लिए कभी कुछ नहीं मांगती.

(8) वह घर में आने वाले सभी मेहमानों से अच्छा व्यवहार करती है.

(9) आधुनिक समाज वह नौकरी करने के साथ-साथ घर परिवार भी चलाती है.

(10) मेरी मां हर परिस्थिति से लड़ना जानती है वह बहुत ही दयालु और सबसे अच्छी मां है.

Short Essay on Mother in Hindi 100 words

मां भगवान की सबसे श्रेष्ठ रचना है उसके जितना त्याग और प्यार कोई नहीं कर सकता है. मां विश्व की जननी है उसके बिना संसार की कल्पना भी नहीं की जा सकती है.

मां ही हमारी जन्मदाता होती है और वही हमारी सबसे पहली गुरु भी होती है वही सबसे ज्यादा हमें प्यार और दुलार करती है.

वह हमें जीवन में कठिनाइयों से लड़ते हुए आगे बढ़ने का संदेश देती है. वह हमारी प्रत्येक जरूरतों का ख्याल रखती है और स्वयं कष्ट सहकर भी हमें अच्छा जीवन प्रदान करती है.

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जिसके भी जीवन में मां होती है वह सदा खुश रहता है हमें हमेशा मां का आदर करना चाहिए और उन्हें हर खुशी देने का प्रयास करना चाहिए.

Meri Maa Essay in Hindi 250 words

मां ममता और वात्सल्य की मूरत है एक बच्चे की सबसे पहली दुनिया मां का आंचल ही होती है उसी की गोद में बैठकर वह दुनिया के नए रंग देखता है.

मां ही पहला गुरुकुल और पहला गुरु होती है और एक बच्चा सबसे पहला शब्द भी माँ ही कहता है. मां हमारी जीवन भर देखभाल करती है उसी की अच्छी परवरिश के कारण हम अच्छे इंसान बन पाते है.

हम चाहे कितने भी बड़े हो जाए लेकिन मां के लिए हमेशा बच्चे ही रहते है वह हर समय हमारी चिंता करती है और हमे सही राह दिखाती है.

मां हमारा हर सुख-दु:ख में साथ देती है जब हम बीमार होते हैं तो वही हमारे लिए रात भर जागती है भगवान से हमारे ठीक होने की प्रार्थना करती है.

वह हमारे लिए सब कुछ त्याग कर देती है, मां भूखी रहकर भी हमें भरपेट भोजन खिलाती है मां के जैसा त्याग और प्यार कोई नहीं कर सकता है.

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मां हमारी हर बात को समझती है चाहे हम उसे बताएं या नहीं वह हमारे हर आंसू की वजह पूछती है. अगर हम किसी कार्य को नहीं कर पाते है तो वह हमारा मार्गदर्शन करती है वह जीवन के हर एक मोड़ पर हमारे साथ खड़ी होती है.

मां अपने बच्चे से कभी रूठती नहीं है अगर वो रूठ भी जाती है तो ज्यादा देर तक रूठी हुई नहीं रह सकती है प्रेम और स्नेह का दूसरा नाम ही मां है. किसी भी व्यक्ति के अच्छे भविष्य के लिए मां का बहुत अधिक महत्व होता है.

Best Essay on Mother in Hindi 500 words

मां ईश्वर का दूसरा रूप है क्योंकि ईश्वर सभी जगह हमारी सहायता के लिए नहीं हो सकते इसीलिए उसने मां को बनाया है मां की ममता प्यार और स्नेह को प्राप्त करने के लिए तो ईश्वर भी धरती पर जन्म लेता है. मां से बड़ा दयालु और परोपकारी आज तक कोई नहीं हो पाया है और ना हो पाएगा.

मां वह धरा है जो खुद बंजर हो जाती है लेकिन अपने बच्चों का सही पालन-पोषण करके उनका अच्छा मार्ग दर्शन करके उन्हें उपजाऊ धरा के समान बनाती है.

Maa हमेशा हमारी खुशी मेरी खुश रहती है उसे कोई धन दौलत नहीं चाहिए उसे तो सिर्फ अपने बच्चों का प्यार चाहिए. मां हमेशा दिन-रात हमारे परिवार और हमारी सेवा में लगी रहती है लेकिन वह कभी नहीं कहती कि मैं थक गई या फिर मैं और काम नहीं कर सकती.

मां के जितना समर्पण और त्याग कोई अन्य व्यक्ति नहीं कर सकता है . मां हमारे जन्म से पहले से ही हमारा ख्याल रखना शुरू कर देती है हमारे जन्म के समय उसे असहनीय पीड़ा का सामना करना पड़ता है फिर भी वह हमारी एक मुस्कान देखने के लिए सारी पीड़ा को खुशी खुशी सह जाती है.

“गम की चोटे फौलाद से ज्यादा क्या होगी और मां की दौलत दुनिया में औलाद ज्यादा क्या होगी”

बचपन में वह हमारा पालन पोषण करती है, हमारी हर नादानी को नजर अंदाज करके हमें माफ कर देती है. मां सुबह सबसे पहले उठती है, वह हमें समय पर भोजन देती है, समय पर स्कूल जाने के लिए तैयार करती है,

पूरे दिन भर घर का काम करती है, इसके बाद जब हम घर लौट कर आते हैं तो एक मुस्कान के साथ हमारा हाल-चाल पूछती है और हम सब को सुलाने के बाद वह सोती है. इतना बड़ा कार्य तो सिर्फ माँ ही कर सकती है.

संसार में पुरुषों को सबसे शक्तिशाली बताया जाता है लेकिन सबसे शक्तिशाली तो मां है जिसके साहस, स्नेह, निडरता, बुद्धिमता, दयालुता और प्रेम भाव के आगे कोई भी नहीं टिक पाता है. माँ ही है जो करते हुए आंसुओं को पूछती है और एक मिनट में हमारे चेहरे पर मुस्कान बिखेर देती है.

कभी सोचा है मां हमारे लिए यह सब कुछ क्यों करती है क्योंकि वह सिर्फ और सिर्फ हमसे प्यार करती है वह अन्य दुनिया की तरह नहीं है जो स्वार्थ के लिए आप से प्रेम भाव रखते है.

मां ही हमारा पहला गुरु होती है वह हमें अच्छी शिक्षा देती है और समाज का एक अच्छा नागरिक बनाती है वह असफलता और सफलता दोनों में हमारे साथ खड़ी हुई होती है हमारे निराश होने पर वह आशा की किरण बनकर हमारे साथ चलती है और हमारा मार्गदर्शन करती है.

मां जीवन भर हमारे लिए इतना सब कुछ करती है तो हमारा भी फर्ज बनता है कि हमें भी मां के लिए कुछ करना चाहिए उनका हर समय खयाल रखना चाहिए उन्हें हर वह खुशी देने की कोशिश करनी चाहिए जो आज तक वो हमें देती आई है.

हमें प्रतिदिन मां का आशीर्वाद लेना चाहिए क्योंकि जब उसका आशीर्वाद मिल जाता है तब हमें किसी के आगे हाथ फैलाने नहीं पड़ते है.

आज आप हमारे साथ प्रण ले की जैसे मां ने आपका ख्याल रखा है वैसे ही आप भी उनका ख्याल रखेंगे और जो खुशियां उन्हें नहीं मिल पाई वो खुशियां उन्हें देंगे.

Essay on Mother in Hindi 1000 words

मां की व्याख्या करने की ताकत किसी भी कलम में नहीं है क्योंकि मां को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता है फिर भी मैं मां के ऊपर आज कुछ लिखना चाहता हूं.

मां उस जल के समान है जो निरंतर बहता रहता है और दुनिया को जीवन देता रहता है मां उस अटल पहाड़ की तरह है जब मुसीबत आती है तो वह पहाड़ की तरह मजबूती से खड़ी रहती है.

मां नदी के समान है जो निरंतर निर्मल और परोपकार की भावना रखते हुए बहती रहती है. मा तपती धरती के समान है जो खुद त्याग करके अपने बच्चों की परवरिश करती है. मां में तो पूरा ब्रह्मांड समाया है क्योंकि उसके बिना इस धरती पर जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती है.

मां ईश्वर का सबसे अनमोल उपहार है जिसे मिलता है उसके जीवन से दुख दूर हो जाते हैं और जीवन में खुशियां ही खुशियां भर जाती है. वह जीवन की अंतिम पल तक हमारा साथ नहीं छोड़ती है भले ही हमने क्यों न उसका साथ छोड़ दिया हो.

जीवन में मां का महत्व –

मां का हमारे जीवन में बहुत अधिक महत्व है क्योंकि उसके बिना हमारा जीवन संभव नहीं हो पाता वही हमें इस दुनिया में लेकर आती है. हमारे जन्म के समय उसे असहनीय पीड़ा महसूस होती है लेकिन फिर भी वह हमारे लिए पीड़ा को सहन करके हमें जीवन प्रदान करती है.

मां हमारे बचपन से ही हमारा पालन-पोषण करती है हमारी हर जरूरतों को पूरा करती है वह स्वयं भूखी रह जाती है लेकिन हमें भरपेट भोजन कराती है. वह स्वयं गीली जगह पर सो जाती हैं लेकिन हमें हमेशा सूखे में सुलाती है.

मां हमारा पहला गुरुकुल और पहली गुरु होती है वही हमें सर्वप्रथम शिक्षा देती हैवह धीरे-धीरे है मैं अपने पैरों पर चलना सिखाती है. वह अपने पूरे जीवन का त्याग करके संपूर्ण जीवन हमें समर्पित कर देती है वह हमेशा अपने दुखों को भूलाकर हमारी खुशियों के बारे में सोचती है.

मां हमें बचपन में अच्छी शिक्षाप्रद कहानियां सुनाती है जिनसे हमारा जीवन और भी सुलभ हो जाता है. वह हमें जीवन जीने का तरीका बतलाती है. वह समाज की बुरी कुरूतियो से लड़ना सिखाती है.

जब हम खुश होते है तो वह बहुत खुश होती है. मां के जितना कोई निडर नहीं हो सकता क्योंकि जब हमारे ऊपर कोई भी मुसीबत आती है तो सबसे पहले वह हमारे आगे खड़ी होती है और हमारा बचाव करती है. मां हमेशा हमारे प्रति परोपकार की भावना रखती है वह कभी भी हमसे कुछ नहीं मांगती है हमेशा हमारे बिना मांगे हमारी जरूरतें पूरी करते है.

मां हमें समाज में जीने का तरीका बदल आती है वह हमें अच्छे और बुरे में भेद करना सिखाती है वह हमें लोगों का सम्मान करना सिखाती है हमें निरंतर बिना रुके चलना सिखाती है. मां जीवन भर हमारी सेवा करती रहती है हमें छोटी सी चोट लग जाने या फिर बीमार होने पर वह चिंतित हो जाती है और दिन रात जाग कर सेवा करती है.

ईश्वर से हमारी ठीक होने की मन्नतें और प्रार्थना करती है. वह सदा हमारे लिए ही प्रार्थना करती है कभी अपने लिए कुछ नहीं मांगती क्योंकि उसके लिए हम ही सब कुछ होते है.

हम चाहे कितने भी बड़े हो जाए लेकिन मां के लिए जीवन भर हम एक छोटे बच्चे के समान ही होते हैं जिस पर अगर थोड़ी सी भी मुसीबत आ जाए तो वह कहीं भी हो दौड़ी चली जाती है.

वह हमें चुनौतियों से लड़ना सिखाती है और अगर हम कभी निराश होते हैं तो आशा की किरण बनकर हमारा हौसला बढ़ाती है और जब तक हम सफलता प्राप्त नहीं कर लेते हमारा हाथ थामे साथ खड़ी रहती है.

मां का विश्वास और आर्शीवाद हमारे ऊपर सदा बना रहता है तभी हम जीवन में एक अच्छे इंसान बन पाते है और सफलता प्राप्त कर पाते है.

मां हमें हमेशा साहसी धैर्यवान और अच्छे व्यक्तित्व वाला व्यक्ति बनाती है वह चाहती है कि हम इस दुनिया के लिए कुछ अच्छा करें और इस समाज पर एक अमिट और अच्छी छाप छोड़ें. मां सबसे बड़ा धन है जिसको यह मिल जाता है उसकी जिंदगी संवर जाती है.

मां और ईश्वर –

मां का दुलार और प्यार पाने के लिए ईश्वर भी धरती पर जन्म लेते है मां का प्यार होता ही ऐसा है जिसको पाने के लिए ईश्वर भी धरती पर चले आते है इसका एक स्पष्ट उदाहरण है भगवान श्री कृष्ण जिन्होंने मां की ममता पाने के लिए धरती पर जन्म दिया था.

भगवान श्री कृष्ण ने एक नहीं दो माताओं का प्यार और दुलार पाया था. इससे यह स्पष्ट होता है कि ईश्वर भी मां को प्रणाम करते है.

मां के प्रति हमारे कर्तव्य –

मां हमारे लिए पूरा जीवन समर्पित कर देती है और बदले में हम उन्हें दो वक्त की रोटी तक नहीं दे पाते है यह बहुत ही विडंबना का विषय है कि जिस मां ने हमारे लिए पूरा जीवन कठिनाइयों और मुसीबतों को झेल कर हमें जीवन दिया, हमें दुनिया की हर एक खुशी दी और हमें एक अच्छा व्यक्ति बनाया.

अब हमारे बड़े होने पर मां के प्रति हमारे भी कुछ कर्तव्य बनते है. हमें मां की हर जरूरत को पूरा करना चाहिए. उनकी हर एक खुशी देनी चाहिए. वृद्धावस्था में उनकी सेवा करनी चाहिए. उनके पास बैठकर कुछ समय बिताना चाहिए.

सुबह शाम उनसे मिलकर उनका हाल-चाल पूछना चाहिए प्रतिदिन उनका आशीर्वाद लेना चाहिए क्योंकि मां की आशीर्वाद से बड़ा कोई धन नहीं होता है. उन्हें भी उतना ही प्यार करना चाहिए जितना उन्होंने हमें किया था.

मां को हमारे से कुछ नहीं चाहिए ना उसे धन चाहिए ना उसे बड़ा मकान चाहिए उसे तो सिर्फ अपने बच्चों का प्यार चाहिए और खुशियां चाहिए.

इसलिए हमें हमेशा उनके प्रति कृतज्ञ रहना चाहिए और हर संभव सेवा करनी चाहिए मां वह अनमोल धन है जो कि अगर एक बार खो जाए तो जिंदगी में दोबारा कभी नहीं मिलता है.

उपसंहार –

मां के जितना त्यागी, साहसी, धैर्यवान, निडर, तपस्वी, परोपकारी, जीवनदायी कोई नहीं हो सकता है . मां ईश्वर का ही दूसरा स्वरूप है जिसने हमें पृथ्वी पर जीवन दिया है.

इस अमूल्य जीवन का हम कभी भी कर्ज अदा नहीं कर सकते हैं इसलिए जितनी हो सके उतनी मां की सेवा करनी चाहिए उन्हें हर वह खुशी देनी चाहिए जिसके लिए उन्होंने अपने जीवन को हमारे व्यक्तित्व को निखारने के लिए समर्पित कर दिया.

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30 thoughts on “माँ पर निबंध – Essay on Mother in Hindi”

Thank you hindi yatra for this legend essay.

Welcome Aarav Srivastava

what a good composition ! It is really very helpful!! Thank You!!!!!!!!!!!!!!!

Thank you Pracheta Das for appreciation

Hahta hu me ek choti si dunya ho Or jisme phle name meri maa ho

Shiv kashyap ji aap ne bahut accha likha hai.

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Thank you Sandeep for appreciation and keep visiting hindi yatra.

thank you its very good for childern

Welcome sannvi and thank you for appreciation.

Yes it’s very much good for my dear mum

Thank you Krishna for appreciation.

Baht achha hai raise aur bhi nibandh mujhe chahiye

Sunny giri, Hame khushi hai ki aap ko nibandh pasnd aaya dhanyawad.

all best word of maa

Thank you kamlesh kumar deoria up for appreciation.

Like your essay very much one mistake in it but top essay like it very much . mother is nicely described in it.

Thank you Rohit Owandkar for appreciation.

All right…….

Thank you Mayank for appreciation.

Thanks for writing this type of good essay I Loved it alot😘

Welcome Ishika and thanks for appreciation.

please sir this essay send on my email. please sir and send my email

faizan sayyad, Aap yaha se copy kar sakte hai apne school project ke liye

Satik likha hai

Sarahna ke liye Dimple ji aap ka bhut bhut dhanyawad.

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Shila Sarkar, We are grateful that you are like our content, thank you very much for the appreciation.

It is very nice essay an that’s line is very great thank u for write. This essay

Welcome Saniya, we glad you like our content.

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Easy Hindi

केंद्र एव राज्य की सरकारी योजनाओं की जानकारी in Hindi

मेरी माँ पर निबंध हिंदी में | Essay on Mother in Hindi

Maa per Niband

Essay on Mother in Hindi :- कोई भी निबंध कभी भी एक Mother का वर्णन करने के लिए सक्षम नहीं हो सकता। जब माँ के बारे में कुछ लिखना होता है तो शब्द हमेशा ही कम पढ़ जाते है। Mother के बिना हर घर और बच्चा अधूरा होता है। माँ की दांट में भी प्यार होता है तभी को माँ (Mother) को भगवान (Mother is God) कहां जाता है। पूत कपूत हो सकता है पर माँ कूमाता कभी नहीं। माँ – अक्सर अपने बच्चों के जीवन में एक जीवित देवी के रूप में चित्रित करती है, सभी पीड़ा और पीड़ा लेती है और इसे प्यार और देखभाल के साथ बदल देती है।

वह है जो रातों की नींद हराम कर देती है जब हम परेशान होते हैं या बीमार होते हैं, वह वह है जो हमारे खराब समय में हमारा सहारा बनती है और हमारी खुशियाों में सबसे ज्यादा उत्साहित महसूस करती है।हम आज इस लेख के जरिए उन्हीं माँ के उपर Essay प्रस्तुत कर रहे है। इस लेख में हमने माँ पर निबंध,माँ पर निबंध हिंदी में ,माँ पर निबंध PDF , essay on mother in Hindi ,माँ पर निबंध 10 लाइन ,माँ पर निबंध Class 5, 6, 7, 8, 10 इस सभी पॉइन्ट पर जानकारी मिल जाएगी।

Essay on My Mother in Hindi

टॉपिकमाँ पर निबंध
लेख प्रकारनिबंध
साल2023
माँ क्या हैईश्वर का रुप
माँ को समर्पित दिन कौन सा हैमडर्स डे
मदर्स डे कब आता हैमई के दूसरे रविवार को मनाया जाता है
साल 2022 में मदर्स डे कब था08 मई
साल 2023 में मदर्स डे कब है14  मई
सबसे पहला मदर्स डे कब मनाया गया था09 मई 1914

मेरी माँ पर निबंध हिंदी में | Meri Maa Par Nibandh

Importance of Mothers:- सबसे पहले, Mother घर की सबसे ज्यादा जिम्मेदार महिला होती हैं। वे निश्चित रूप से एक बच्चे के पालन-पोषण (Upbringing) में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। सबसे उल्लेखनीय, माँ एक बच्चे के दृष्टिकोण (Outlook ) को निर्धारित करने में एक बड़ी भूमिका निभाती हैं। भविष्य (Future) में बच्चा अच्छा होगा या बुरा, यह माँ पर निर्भर करता है। माँ द्वारा सिखाए गए नैतिक मूल्य (Moral Values) एक व्यक्ति के निर्माण के लिए बहुत बड़ी भूमिका निभाते हैं। व्यक्ति अक्सर बुढ़ापे तक अपनी माँ के मूल्यों को याद करते हैं। इसलिए, Mother समाज की भलाई (good for society ) के लिए जिम्मेदार है। बड़े पैमाने पर Society का भविष्य एक माँ द्वारा बच्चें को दी गई Education का Result है।

Mother का अपने बच्चों के साथ गहरा संबंध होता है। यह Connection निश्चित रूप से किसी और के द्वारा मेल नहीं खाया जा सकता है। यहां तक कि Father भी उस प्रकार की समझ स्थापित करने में विफल रहते हैं। इस संबंध की उत्पत्ति शैशवावस्था (Infancy) से होती है। सबसे उल्लेखनीय, एक माँ बिना किसी  संचार के अपने शिशु, बच्चे को समझ सकती है। यह निश्चित रूप से एक माँ और बच्चे (Mother and Child) के बीच एक मजबूत भावनात्मक संबंध (Emotional Relations) विकसित करता है। यह बंधन वयस्क जीवन (Adult life) में ले जाता है।

एक माँ हमेशा बता सकती है कि उसके बच्चे को भूख कब लग रही है। यही कारण है जब हम माँ से दूर जाते है और जब माँ से बात करते है तो सबसे पहला सवाल माँ यही पूछती है कि बेटा खाना खाया। माँ की जगह आज तक इस दुनिया में ना कोई ले सकता है और ना ले पाएगा।

माँ पर निबंध PDF | Essay On Mother Pdf

माँ का हमारे जीवन में रोल

Role of Mother In Our life;- माँ शब्द खुद ईश्वर का प्रतीक (Symbol of God) है। जिस दिन हमने  गर्भधारण किया और फिर इस दुनिया में पहली बार अपनी आँखें खोलीं, एक व्यक्ति जिसने अपने दिल में सारा प्यार और स्नेह हम पर निछावर किया, वो माँ है। वह एक बच्चे के आने के दिन से उसके लिए क्या करती है, यह कोई और नहीं कर सकता है। सर्वश्रेष्ठ का पोषण करना, बिना किसी शर्त के प्यार करना, देखभाल करना, चलना सिखाना, बात करना और बचपन से जीवन की मूल बातें बताना कुछ भूमिकाएं हैं ।

एक Mother निस्संदेह हमारे पूरे विकास में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। हमारे जीवन में उसका महत्व अन्य सभी संपत्तियों से ऊपर और बड़ा है। कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप कितना सफल होते हैं, आपके लिए पर्दे के पीछे काम करने और प्रार्थना करने वाली हमेशा एक Mother ही होती है। Mother आपको हमेशा दुनिया की सारी खुशियां लाकर देती है चाहें वह उन्हें लाना में सक्षम हो या नहीं। आज हम जो भी है वह माँ की ही वजह से है। सबसे ज्यादा धन्यवाद अगर हमें किसी का करना चाहिए तो वह माँ है। माँ का प्यार बिना किसी शर्त के होता है। माँ का प्यार इस दुनिया में सबसे अतुल्य है।

who is Mother | माँ कौन होती है ?

एक Mother , क्या क्या नहीं होती है। वह अपने Family और Kids के लिए अपना सब कुछ Sacrifice कर देती है। अपनी नौकरी छोड़ देती है और वह बच्चे के लिए हाउसकीपर (Housekeeper), कुक (Cook), बेकर(Baker), ड्राइवर (Driver), मनोवैज्ञानिक (psychologicalist), डॉक्टर(Doctor) सब बन जाती है। वे वही हैं जो दिन वा दिन हर अच्छी और बुरी चीज का बोझ उठाती हैं। वे वे हैं जो पीछे छूट सकती है। जितना माँ अपने बच्चे के लिए करती है वह कोई नहीं कर सकता ये बात तो सब जानते है फिर भी हम उनकी उतनी सराहना नहीं करते है जितने की वह हकदार है।

एक Mother हमेशा आपके आँसू पोंछते हुए आपको करीब और प्यार से रखेगी।  एक माँ हमेशा  कोशिश करेगी कि वह आपके सभी दर्द और दुख को दूर करे सके और उन्हें अपना बना सके। वे आपके जीवन के बुरे समय में चट्टान बन कर खड़ी हो जाएगी और अपका हर वक्त समर्थन करेगी। एक माँ का बच्चा देखने में चाहे कैसा भी हो वह हमेशा अपने बच्चे पर प्यार लुटाती है।

मेरी माँ पर निबंध 10 लाइन

1) एक माँ एक ऐसी व्यक्ति है जो जीवन में किसी और चीज़ से पहले अपने बच्चों के बारे में सोचती है।

 2) एक माँ का प्यार निस्वार्थ है, और वह बदले में कुछ भी माँ गे बिना अपने बच्चों से प्यार करती है।

 3) वह वह है जो हमें अपने पैरों पर खड़ा करती है और हमें पहला कदम उठाने में मदद करती है।

 4) वह वह व्यक्ति है जो हमारी सोच को अत्यधिक प्रभावित करता है और हमें एक जिम्मेदार व्यक्ति बनने में मदद करता है।

5) वह अपने परिवार के लिए 24 घंटे काम करती है।

6) एक माँ को अपने दैनिक जीवन में बहुत सारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है, लेकिन वह हमेशा अपने बच्चों का स्वागत एक बड़ी मुस्कान के साथ करती है।

 7) वह परीक्षा के दौरान एक ट्यूटर, जीवन के महत्वपूर्ण निर्णयों के दौरान एक गाइड और हमारी बीमारी के दौरान एक नर्स के रूप में कार्य करती है।

 8) दुनिया हमारी माँ को धन्यवाद देने और श्रद्धांजलि देने के लिए मातृ दिवस मनाती है।

 9) अन्ना जार्विस संयुक्त राज्य अमेरिका में मातृ दिवस की संस्थापक हैं। 10) एक माँ वह पहला व्यक्ति होता है जिसे एक बच्चा एक शिशु के रूप में पहचानता है और प्यार और स्नेह का यह बंधन जीवन भर जारी रहता है।

मेरी माँ पर निबंध Class 5, 6, 7, 8, 10 

माँ के प्रति हमारी जिम्मेदारी | Our Responsibility for Mothers

हमे हमेशा अपनी माँ का सम्मान (Respect Mother) करना चाहिए क्योंकि वह ईश्वर का स्वरुप है और हमारे सबसे बड़े दाता है।माँ का सम्मान करने का मतलब है भगवान का सम्मान (Respecting God) करना। हमे कोशिश करनी चाहिए की हम कभी भी अपनी माँ का दिल ना दुखाएं। Mother अपने जीवन में बच्चें होने के बाद अपनी इच्छाओं को दबाने लग जाती है,तो हमे कोशिश करनी चाहिए कि हम माँ की सभी Wishes को जाने और जितनी पूरी कर सके उन्हें पूरी करे। माँ के ऊपर पूरे घर की जिम्मेदारी  का बोझ होता है तो हमारी जिम्मेदारी बनती है कि माँ के कंधे से कुछ बोझ हलका कर दें, यानि की उनकी काम में मदद कर दें ये देखे बिना ही हम लड़का है या लड़की।

माँ से हमेशा प्रेम से बात करें। हमें कोशिश करनी चाहिए की हम माँ के मन में चल रही सभी उलझनों को समझ कर उसे सुलझा सके। जिस तरह माँ अपने बच्चें की ढाल बन जाती है उसी तरह हमे कोशिश करना चाहिए कि हम माँ के बूरे समय में उनके सामने चट्टान बन कर उनकी रक्षा कर सकें।

FAQ’s:- Essay on Mother in Hindi

Q. माँ को किसका का प्रतीक कहा जाता है .

Ans. माँ को भगवान का प्रतीक कहा जाता है।

Q. दुनिया का सबसे बड़ा योद्धा किसे कहा गया है ?

Ans. माँ को दुनिया का सबसे बड़ा योद्धा कहा गया है।

Q. क्या दुनिया में माँ को समर्पित कोई दिन है ?

Ans.  जी हां, मदर्स डे माँ को समर्पित एक दिन है जिसको दुनिया भर में मनाया जाता है।

Q. मदर्स डे कब मनाया जाता है ?

Ans. हर साल मदर्स डे मई के दूसरे रविवार को मनाया जाता है।

Q. दुनिया में सबसे पहले मदर्स डे कब मनाया गया था ?

Ans. साल 1914 में पहली बार मदर्स डे मनाया गया था।

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माई मदर पर निबंध 10 lines (My Mother Essay in Hindi) 100, 150, 200, 500, शब्दों मे

meri maa essay in hindi pdf

माई मदर पर निबंध (My Mother Essay in Hindi ) : एक माँ एक ऐसे व्यक्ति को दिया गया शब्द है जो जीवन भर अपने बच्चों की भलाई, विकास, विकास और कल्याण के लिए बलिदान और प्राथमिकता देता है। एक माँ न केवल एक बच्चे या बच्चों को जन्म देती है, बल्कि उससे प्यार करने, बच्चे या बच्चों की देखभाल करने और बिना किसी पूर्वापेक्षा या शर्तों के समर्पण और भक्ति दिखाने के लिए आजीवन प्रतिबद्धता रखती है।

My Mother Essay in Hindi – माताएँ प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं क्योंकि वह एक रक्षक, एक मित्र और साथ ही एक अनुशासक की भूमिका निभाती है। एक माँ एक निस्वार्थ, प्यार करने वाली इंसान है जिसकी गर्मजोशी, त्याग और प्रेम की कोई सीमा नहीं है। मेरी माँ पर इस निबंध में, मैं अपनी माँ के बारे में बात करने जा रहा हूँ और उन कारणों के बारे में जो मेरे दिल में एक विशेष स्थान रखती हैं। मेरी माँ पर लेख के अलावा, हमने मेरी माँ विषय पर भाषण तैयार करने में आपकी मदद करने के लिए निबंध को पैराग्राफ में तोड़ा है।

माई मदर निबंध 10 पंक्तियाँ (My Mother Essay 10 lines in Hindi)

  • 1) मेरी माँ मेरी सबसे अच्छी दोस्त और दुनिया की सबसे अच्छी माँ है।
  • 2) उसका नाम अंजलि है और वह हमारे लिए बहुत जिम्मेदार है।
  • 3) वह घर पर रहती है और घर का काम संभालती है।
  • 4) वह हर बार मेरी मदद करती है।
  • 5) वह बहुत स्वादिष्ट खाना बनाती है।
  • 6) वह मेरे स्कूल के होमवर्क को पूरा करने में मेरी मदद करती है।
  • 7) वह हमारी बहुत परवाह करती है और हमसे बहुत प्यार करती है।
  • 8) मेरी मां कहती हैं कि हमें सबका सम्मान करना चाहिए।
  • 9) वह मुझे कभी पीटती नहीं है लेकिन कभी-कभी मुझे डांटती है।
  • 10) मैं अपनी माँ से बहुत प्यार करता हूँ।

इनके बारे मे भी जाने

  • Essay in Hindi
  • New Year Essay
  • New Year Speech
  • Mahatma Gandhi Essay

मेरी माँ निबंध 100 शब्द (My mother Essay 100 words in Hindi)

मेरी माँ का नाम सुचिता मित्रा है। वह दुनिया की सबसे अच्छी माँ हैं। मेरी मां एक गृहिणी है। वह घर में सब कुछ संभालती है। उसका दिन हर सुबह जल्दी शुरू होता है। वह उठती है और हमारे लिए खाना बनाती है। फिर वह हमें स्कूल ले जाती है। फिर वह दोपहर के भोजन के लिए खाना बनाती है। वह एक मेहनती महिला हैं। उसने हमारे जीवन को बेहतर बनाने के लिए बहुत सारे बलिदान किए हैं। वह हमेशा हमारे साथ रहना पसंद करती है। वह हम में अपनी खुशी ढूंढती है। मैं अपनी माँ से बहुत प्यार करता हूँ। मुझे लगता है कि वह इस दुनिया में अब तक की सबसे अच्छी है।

मेरी माँ निबंध 150 शब्द (My mother Essay 150 words in Hindi)

मैंने अब तक जो सीखा है उसमें माँ सबसे उपयुक्त शब्द है। मेरे जीवन में मेरी मां मेरे लिए सबसे प्रभावशाली व्यक्ति हैं। वह न केवल मेहनती हैं बल्कि अपने काम के प्रति भी काफी समर्पित हैं। वह सुबह जल्दी उठती हैं और सूरज उगने से पहले ही अपने दैनिक कार्य शुरू कर देती हैं।

मेरी माँ बहुत सुंदर और दयालु महिला हैं जो हमारे घर में सब कुछ संभालती हैं। मेरी माँ के लिए मेरे मन में विशेष सम्मान और प्रशंसा है क्योंकि वह मेरी पहली शिक्षिका हैं जो न केवल मेरी किताबों के अध्यायों को पढ़ाती हैं बल्कि मुझे जीवन का सही रास्ता भी दिखाती हैं। वह हमारे लिए खाना बनाती है, परिवार के प्रत्येक सदस्य की उचित देखभाल करती है, खरीदारी आदि के लिए जाती है।

मेरी माँ निबंध 200 शब्द (My mother Essay 200 words in Hindi)

My Mother Essay in Hindi – माँ वो होती है जिसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। मेरे जीवन में, मेरी माँ वह व्यक्ति है जो मेरे दिल पर सबसे ज्यादा कब्जा करती है। वह हमेशा मेरे जीवन को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। मेरी मां एक खूबसूरत महिला हैं जो मेरे जीवन के हर क्षेत्र में मेरा ख्याल रखती हैं।

उनका बिजी शेड्यूल सूरज उगने से पहले ही शुरू हो जाता है। वह न केवल हमारे लिए खाना बनाती है बल्कि मेरे दैनिक कार्यों में भी मेरी मदद करती है। जब भी मुझे अपनी पढ़ाई में कोई कठिनाई आती है तो मेरी माँ शिक्षक की भूमिका निभाती है और मेरी समस्या का समाधान करती है, जब मैं ऊब जाता हूँ तो मेरी माँ एक दोस्त की भूमिका निभाती है और मेरे साथ खेलती है।

मेरी माँ हमारे परिवार में एक अलग भूमिका निभाती है। जब हमारे परिवार का कोई सदस्य बीमार पड़ता है और हमारी उचित देखभाल करता है, तो वह रातों की नींद हराम कर देती है। वह परिवार की भलाई के लिए मुस्कुराते हुए चेहरे के साथ बलिदान दे सकती है।

मेरी माँ स्वभाव से बहुत मेहनती हैं। वह सुबह से रात तक सारा दिन काम करती है। वह मेरे जीवन के हर क्षेत्र में मेरा मार्गदर्शन करती है। छोटी सी उम्र में मेरे लिए यह तय करना आसान नहीं था कि क्या अच्छा है और क्या बुरा। लेकिन मुझे जीवन की सही राह दिखाने के लिए मेरी मां हमेशा मेरे साथ हैं।

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My Mother Essay in Hindi – इस दुनिया में हर मां अपने बच्चों के लिए वाकई कमाल की होती है। आज मैं अपनी माँ के बारे में कुछ साझा करने जा रहा हूँ। मुझे लगता है कि हर किसी को अपनी मां से प्यार और सम्मान करना चाहिए क्योंकि उन्होंने ही हमें जन्म दिया और हमें इस खूबसूरत दुनिया को देखने दें। हमें अच्छे तरीके से पालने के कारण उसने इतने सारे दर्द और समस्याओं को सहन किया है।  

मेरी माँ : मेरी माँ का नाम सुनीता शर्मा है। मुझे लगता है कि वह दुनिया की सबसे महत्वपूर्ण व्यक्ति हैं। वह सबसे मजबूत महिला है जिसे मैंने कभी देखा है। उसने जीवन में बहुत सी समस्याओं और बाधाओं का सामना किया है और सभी को बुद्धिमानी से हल किया है। वह एक गृहिणी है और चालीस साल की है।

वह वास्तव में मेहनती है और उसके मेहनती स्वभाव ने हमारे जीवन को वास्तव में बेहतर और आरामदायक बना दिया है। वह परिवार को बेहतर बनाने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करती है। वह सुबह-सुबह परिवार की पहली रिसर है। खाना पकाने और कपड़े धोने सहित, वह लगभग हर घर का काम अकेले करती है।

उनके समर्पण और बलिदान के कारण, हम एक परिवार के रूप में वास्तव में खुश हैं। मेरे पिता को हाउसकीपिंग के लिए इतना दबाव लेने की जरूरत नहीं है। वह वह है जो लगभग सब कुछ संभालती है। वह हमें शादी, जन्मदिन पार्टियों जैसे सामाजिक कार्यों में ले जाती है।

वह एक मिलनसार चरित्र है। उसके बहुत सारे दोस्त हैं और वे अक्सर हमारे घर आते हैं। हम भी कभी-कभी उनके यहां जाते हैं। वह पड़ोसियों और हमारे रिश्तेदारों के साथ वास्तव में अच्छे संबंध रख रही है। उसके बारे में सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि वह कभी शिकायत नहीं करती है।

My Mother Essay in Hindi उसे अपने जीवन के बारे में पछतावा और शिकायत नहीं है। वह हमारे साथ व्यस्त है, हमारे जीवन को बेहतर बना रही है। मुझे लगता है कि एक मां के अलावा कोई और आपके लिए इतना निस्वार्थ नहीं हो सकता। भगवान के ठीक बाद माँ सबसे महत्वपूर्ण व्यक्ति है, इसलिए मैं अपनी माँ का सबसे अधिक सम्मान और प्यार करता हूँ।  

एक शिक्षक के रूप में माँ : माताएँ हमेशा सभी के जीवन की पहली शिक्षक होती हैं। मेरे जीवन में, वह पहली थी जिसने मुझे बोलना, चलना और अक्षर जानना सिखाया। मैं उन दिनों को याद नहीं कर सकता लेकिन महसूस कर सकता हूं कि वह एक अविश्वसनीय महिला है। उन्होंने मुझे मेरे जीवन की पहली कविता सिखाई। फिर भी, अब वह मेरे जीवन में एक अद्भुत शिक्षिका है। वह हमेशा मेरा होमवर्क करने में मेरी मदद करती है। और कभी-कभी वह मेरी परियोजनाओं में मेरी मदद करती है।  

जीवन में माँ का महत्व : जब हम शिशु या छोटे बच्चे होते हैं तो हमारी माँ के अलावा हमारे जीवन में कुछ भी नहीं होता है। उस वक्त हमें मां की सबसे ज्यादा जरूरत होती है। वे एक उचित इंसान के रूप में विकसित होने के लिए हमारे जीवन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। वे हमें जीवन में हमारे पहले शिक्षक के रूप में पढ़ाते हैं। वे हमें चलना, बोलना, खाना और सब कुछ दिखाते हैं। आराम करने के लिए यह सबसे अच्छी जगह है।

एक माँ के गुण : एक अच्छी माँ में बहुत सारे गुण होते हैं। मुझे लगता है कि हर मां एक अच्छी मां होती है। आइए देखें एक अच्छी मां के कुछ गुण।

निस्वार्थ – निस्वार्थता एक माँ का सबसे बड़ा गुण है। वे कभी अपने बारे में नहीं सोचते। वे अपने बच्चों के लिए कितना त्याग करते हैं।  

कड़ी मेहनत – वे कड़ी मेहनत कर रहे हैं। वे परिवार के लिए बहुत मेहनत करते हैं। वे हमारे भविष्य को बेहतर बनाने के लिए काम करते हैं।  

देखभाल – सभी माताएँ देखभाल कर रही हैं। वे हमारी और पूरे परिवार की देखभाल करना पसंद करते हैं। उन्होंने हमारे साथ एक बंधन स्थापित किया।

लविंग – वे हमसे बहुत प्यार करते हैं। मां के प्यार की तुलना कोई प्यार नहीं कर सकता।

निष्कर्ष : अंतत: वह वह व्यक्ति है जो मेरे जीवन में सबसे महत्वपूर्ण है। मैं उससे बहुत प्यार करता हूं और उसका सम्मान करता हूं। मैं अपने जीवन में हमेशा उसके साथ रहना चाहता हूं। वह वाकई अद्भुत है।

माई मदर पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

माताएँ क्या प्रतीक हैं.

इसमें कोई रहस्य नहीं है कि एक माँ धैर्य, दया, क्षमा, ईमानदारी और एक विशेष बिना शर्त प्यार जैसी विशेषताओं का प्रतीक है जो किसी और के समानांतर नहीं है।

माताओं पर एक प्रसिद्ध उद्धरण का उल्लेख करें?

नेपोलियन का एक प्रसिद्ध उद्धरण था जब उन्होंने दावा किया था कि अच्छी माताएँ एक राष्ट्र को महान बनाती हैं।

विवेकानंद ने क्यों कहा कि समाज के विकास के लिए महिलाओं की शिक्षा जरूरी है?

स्वामी विवेकानंद उन कुछ लोगों में से एक थे जिन्होंने पहले के भारतीय समाज में महिला शिक्षा के महत्व को समझा था क्योंकि लिंग के बावजूद एक बच्चा हमेशा अपनी मां से प्रभावित होता है क्योंकि मां ही उनका पालन-पोषण करती है। इसलिए, किसी समाज को आसानी से शिक्षित और उन्नत बनाने के लिए, किसी को भी बालिकाओं की उचित शिक्षा से शुरुआत करनी होगी।

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मेरी माता जी पर निबंध

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मेरी माता जी मुझे बहुत प्यार करती है। माता जी को हम प्यार से माँ कहकर बुलाते हैं। वह मेरे खाने-पीने, सोने-जागने, पढ़ाई तथा तंदुरुस्ती आदि सभी बातों का ख्याल रखती है। वह मेरे गृहकार्य को पूरा करने में मेरी मदद करती है। मैं कभी बीमार पड़ जाता हूँ, तो वह बेचैन हो जाती है। माँ एक परिवार की एक महत्वपूर्ण सदस्य है।

मेरी माँ बहुत मेहनती है। वह हमेशा घर के कामों में लगी रहती है। वह हमारे पूरे परिवार का ध्यान रखती है। फुरसत के समय वह अखबार या कोई पुस्तक पढ़ती है। मेरी माँ एक दयालु महिला हैं और उन सभी की मदद करती हैं जो मुसीबत में हैं। वह बड़ों का सम्मान करती है और सभी के साथ अच्छे व्यव्हार के साथ रहती है। हम अपनी मां का बहुत सम्मान करते हैं।

मेरी माँ बहुत भली है। वह पड़ोसियों की भी मदद करती है। मैं अपनी माँ को बहुत चाहता हूँ। हमें हमेसा अपने माँ का सम्मान करना चाहिए।

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Sonipat ka sabse acha khana kon sa hai : हरियाणा के दिल में बसा सोनीपत एक ऐसा शहर है जो इतिहास, संस्कृति और जीवंत पाक परंपराओं में डूबा हुआ है। स्ट्रीट फूड स्टॉल से लेकर बढ़िया डाइनिंग रेस्तरां तक, सोनीपत स्वादिष्ट व्यंजनों की एक विविध श्रृंखला प्रदान करता है जो हर तालू को पूरा करते हैं। आइए सोनीपत के पाक परिदृश्य में उतरें और इस शहर में मिलने वाले सबसे अच्छे भोजन की खोज करें।

Sonipat ke sabse ache khane ki Dish kon si hai (What is the best food in Sonipat)

Paranthas at sukhdev dhaba murthal (sonipat).

सोनीपत के खाद्य परिदृश्य की कोई भी खोज मुरथल में प्रतिष्ठित ढाबों का उल्लेख किए बिना पूरी नहीं होती है। अपने मुँह में पानी लाने वाले पराठों के लिए जाने जाने वाले, ये सड़क के किनारे के भोजनालय विभिन्न प्रकार के भरे हुए पराठे परोसते हैं जिन्हें शुद्ध देसी घी में पूरी तरह से पकाया जाता है। चाहे आप आलू, पनीर, या मिश्रित शाकाहारी पराठे पसंद करें, मुरथल की यात्रा हर भोजन उत्साही के लिए जरूरी है।

Chole Bhature at Bhagat Ji (Sonipat)

एक हार्दिक और परिपूर्ण भोजन के लिए, सोनीपत में भगत जी के पास जाएँ, जहाँ आप शहर के सबसे अच्छे छोले भटूरे का स्वाद ले सकते हैं। मसालेदार और तीखे छोले के साथ जोड़े गए रूखे भटुरा एक स्वादिष्ट संयोजन बनाते हैं जो आपको और अधिक के लिए लालायित कर देगा। यह प्रतिष्ठित व्यंजन स्थानीय लोगों और आगंतुकों के बीच समान रूप से पसंदीदा है।

Samosas at Gulshan Sweets (Sonipat)

जब स्ट्रीट फूड की बात आती है, तो सोनीपत निराश नहीं करता है। गुलशन स्वीट्स में अपना रास्ता बनाएँ और उनके कुरकुरा और स्वादिष्ट समोसे का आनंद लें। चाहे आप उन्हें मसालेदार चटनी या तीखी इमली की चटनी के साथ पसंद करें, अच्छाई के ये सुनहरे पार्सल निश्चित रूप से एक त्वरित और स्वादिष्ट नाश्ते के लिए आपकी लालसा को संतुष्ट करेंगे।

Paneer Tikka at Spice Route (Sonipat)

यदि आप कुछ और बेहतर करने के मूड में हैं, तो सोनीपत के एक लोकप्रिय रेस्तरां स्पाइस रूट पर जाएं, जो अपने स्वादिष्ट उत्तर भारतीय व्यंजनों के लिए जाना जाता है। उनका रसीला पनीर टिक्का, सुगंधित मसालों के मिश्रण में मैरीनेट किया जाता है और पूरी तरह से ग्रिल किया जाता है, एक सच्चा भोजन आनंद है जो आपके स्वाद की कलियों को आकर्षित करेगा।

Lassi at Bikaner Sweet Shop (Sonipat)

सोनीपत में कोई भी भोजन बिना तरोताजा करने वाले लस्सी के गिलास के पूरा नहीं होता है। बीकानेर मिठाई की दुकान पर जाएँ और उनकी मलाईदार और झागदार लस्सी का आनंद लें, जो ताजे दही से बनाई जाती है और इलायची या गुलाब के अर्क से सुगंधित होती है। यह पारंपरिक पंजाबी पेय सोनीपत के माध्यम से आपकी पाक यात्रा को समाप्त करने का सही तरीका है।

Rajma Chawal at Prem Dhaba (Sonipat)

एक आरामदायक और घरेलू भोजन के लिए, प्रेम ढाबा जाएं और उनके स्वादिष्ट राजमा चावल का स्वाद लें। सुगंधित बासमती चावल के साथ मलाईदार किडनी बीन करी, एक क्लासिक संयोजन है जिसे स्थानीय लोगों और पर्यटकों द्वारा समान रूप से पसंद किया जाता है। एक अतिरिक्त सुखद स्पर्श के लिए ऊपर घी का एक टुकड़ा डालें।

Jalebis at Om Sweets (Sonipat)

सोनीपत की अपनी पाक कला की खोज को ओम स्वीट्स की गर्म और कुरकुरा जलेबी की थाली के साथ एक मीठे नोट पर समाप्त करें। मीठा के ये गहरे तले हुए, सिरप से लथपथ सर्पिल सोनीपत में एक लोकप्रिय मिठाई विकल्प हैं और एक कप मसाला चाय के साथ गर्म पाइपिंग का सबसे अच्छा आनंद लिया जाता है।

अंत में, सोनीपत एक पाक स्वर्ग है जो आपके स्वाद की कलियों को लुभाने के लिए मुँह में पानी लाने वाले व्यंजनों की एक विविध श्रृंखला प्रदान करता है। चाहे आप स्ट्रीट फूड के शौकीन हों या बढ़िया भोजन के शौकीन, इस शहर में सभी के लिए कुछ न कुछ है।

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meri maa essay in hindi pdf

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Top 10 tourist places in Sonipat (Sonipat me ghumne ke liye 10 sabse achi Jagah)

Sonipat me ghumne ke liye 10 sabse achi Jagah: हरियाणा के मध्य में स्थित, सोनीपत एक ऐसा शहर है जो एक समृद्ध ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत का दावा करता है। प्राचीन स्मारकों से लेकर जीवंत बाजारों तक, सोनीपत पर्यटकों को देखने के लिए विभिन्न प्रकार के आकर्षण प्रदान करता है। इस लेख में, हम सोनीपत … Read more

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मेरी माँ पर निबंध My Mother Short Essay Hindi Class 5 to 8

- Mar 11, 2019

माँ पर निबंध लिखे. मेरी माँ पर भाषण : बच्चो के लिए : पाठशाला में पढ़ते छात्रों के लिए  निबंध एक आवश्यक अंग है. इस लेख में  मेरी मां, मां का प्यार, मां की ममता,  मातृप्रेम, 10 Lines on My Mother in Hindi, Hindi Essay on Maa, Essay On Meri Maa In Hindi, maa par Nibandh PDF Hindi me Importance of Mother in Hindi, Essay for Kids on My Mother in Hindi class 5, 6, 7 and class 8 student. जैसे Related विषय आधारित 10 – 20 से ज्यादा लाइनों में निबंध दिया गया है. 

My Mother Short Essay Hindi

यह लेख मेरी मां पर निबंध की आधारित है.  बच्चों के लिए इस हिंदी निबंध में मां के बारे में बच्चों के विचार को बताया गया है.

  • ये भी पढ़े : होली पर निबंध    –    होली पर निबंध

my Mother essay hindi

मेरी माँ पर निबंध

       ‘ माँ ‘ शब्द में कितनी मिठास है। से शब्द  का उच्चारण करते ही वात्सल्य की जीती-जागती मूर्ति आखो के सामने खडी हो जाती है। इस छोट-से शब्द में ममता का भंडार भरा है।  

         मेरी माँ दिनभर कुछ न कुछ काम करती रहती है। गृहस्थी की हर चीज पर उसकी नजर रहती है।  वह घर की साफ-सफाइ करती है वह घर को सजाकर रखती ही। वह परिवार के हर सदस्य का पूरा ख्याल रखती है। वह पिताजी के हर काम में उनकी सहायता करती ही।  मेरी पढ़ाई -लिखाई , भोजन , कपडे आदि का इतजाम मेरी माँ ही करती है।

      मेरी माँ बहुत मिलनसार और दयालु है । वह घर आए रिश्तेदर और मेहमानो का प्रसन्न होकर स्वागत करती है।  मेरे मित्र और मेरी बहन की सहेलियों को वह बहुत प्यार करती है। घर के नौकर-चाकर उसे अपनी माँ जैसा ही सम्मान देते है।

     मेरी माँ धार्मिक विचार की है। वह प्रतिदिन मंदिर जाती है। हमारे घर में भी एक छोटा-सा मंदिर है। मेरी माँ सुबह-शाम इस मंदिर में दीपक और अगरबती जलाती है। भगवान के चरणों में फूल चढाती है और हाथ जोड़कर भगवान की पूजा करती है। वह ज्यादा पढ़ी -लिखी नही है , फी र भी अंधविश्वासों और रूढ़ियों को नही मानती। वह छुआछूत में विशवास नही करती। मेरी माँ का मन उदार और हदय विशाल है। वह हमें खूब पढ़ाना चाहती है उसकी इच्छा है की हम पढ़-लिखकर योग्य बने और अपने पैरो खड़े हो , ईमानदार और स्वाभिमानी नागरिक बने।

     सचमुच में मेरी माँ स्नेह , ममता , कर्तव्य -पालन और सदभावना की जीती -जागती प्रतिमा है। मेरे जीवन-निर्माण का श्रेय मेरी माँ को ही है। मै अपनी माँ बहूत प्यार करता हूँ। सुबह उठाकर सबसे पहले मै अपनी माँ के चरण छूता हूँ , माँ मुझे  आशीवाद देती है।

   माँ की सेवा , प्यार और ममता का ऋण मै कभी नही चुका सकता।

   माँ तुजे शत-शत प्रणाम।

 ***** ***** ***** *** *

PSI Meaning In Marathi | PSI चा मराठीत अर्थ

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हिंदीपथ - हिंदी भाषा का संसार

माँ पर निबंध – Meri Maa Essay in Hindi

माँ पर निबंध माँ (Meri Maa essay in Hindi) की ममता, जीवन में उसके महत्व और भूमिका पर प्रकाश डालता है। “मेरी माँ” नामक यह निबंध बताता है कि मां ही बच्चे के लिए पहली गुरु है और वह जीवन का आधार है। पढ़ें विस्तार से यह निबंध–

मेरी माँ और प्रकृति

माँ को प्रकृति का पर्याय माना जाता है, क्योंकि जैसे प्रकृति हमसे बिना कुछ लिए फल, फूल, सब्जी, अनाज तथा अलग-अलग तरह के मौसम हमें प्रदान करती है उसी प्रकार माँ भी अपने बच्चों तथा परिवार से बिना कुछ लिए या किसी तरह की इच्छा प्रकट किए बिना सदैव उन्हें सुख देने की क्षमता रखती है तथा उनके सुख को ध्यान में रखकर हृदय से कार्य करती है। कहा जाता है कि ईश्वर नहीं दिखता हैं इसलिए प्रकृति ने माँ के रूप में ईश्वर को धरती पर भेजा हैं और यह बात सत्य भी साबित होती है क्योंकि जब भी हम गिरते है या हमें चोट लगती है तब अधिकतर हमारे मुख से निकलने वाला पहला शब्द ‘माँ’ ही होता है तथा शिशु अवस्था में बच्चों द्वारा जिस शब्द का सबसे पहले उच्चारण किया जा है वह ‘माँ’ शब्द से ही शुरू होता है।

यह भी पढ़ें – दीपावली पर निबंध माँ के बिना जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती क्योंकि वह स्वयं हमें नया जीवन देती है और मुश्किल से मुश्किल घड़ी में हमारा सहारा बनती है। संसार में प्रत्यके मनुष्य के व्यवहार तथा रिश्ते में परिवर्तन आ सकता है लेकिन एक माँ कभी नहीं बदलती और न ही उसके प्रेम में परिवर्तन आता है। हमारी सफलता में पूरी दुनिया हमारे साथ होती है पर असफलता में ऐसा नहीं होता लेकिन एक माँ का अपने बच्चों की सफलता और असफलता दोनों में उनके साथ खड़े रहना यह सिद्ध करता है कि वह पृथ्वी-सी होती है इसलिए बिना किसी भेद-भाव के अपने बच्चों के साथ-साथ पूरे परिवार को अपने स्नेह भरे आँचल में समेटे रहती है, यही कारण है कि माता को श्रेष्ठ मित्र का दर्जा भी दिया जाता है। अब मेरी माँ पर निबंध में चर्चा करते हैं बच्चों के जीवन में माँ की क्या भूमिका है।

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बच्चों के जीवन में माँ की भूमिका

“माँ” शब्द दिखने में भले ही छोटा हो लेकिन इसका अस्तित्व संसार में विशाल रहा है। वह अपने सुख से पहले अपने बच्चों के सुख के बारे में सोचती है तथा संतान की आँखों में आँसू न आए इस बात को ध्यान में रखते हुए हमेशा उनकी ख़ुशी के लिए कार्यरत रहती है। परिवार में प्रत्येक सदस्य हमसे नाराज़ हो सकता है लेकिन वह मात्र एक ऐसी सदस्य होती है जो अपने बच्चों से कभी नाराज़ नहीं होती, न उन्हें कभी अकेलापन महसूस होने देती है तथा खुद भूखे सो तो सकती है लेकिन बच्चों को भूखे नहीं रहने देती है। किसी रिश्ते को निभाने में कमज़ोर पड़ सकती है लेकिन जब बात बच्चों की हो या बच्चे किसी विपत्ति में पड़े हो तो वह झाँसी की रानी बनकर उनकी रक्षा के लिए खड़ी हो जाती है। यही कारण है कि सभी रिश्तों में से माँ के रिश्ते को सबसे ऊपर रखा जाता है तथा अत्यधिक महत्त्व दिया जाता है। बच्चे उम्र में कितने भी बड़े हो जाए माँ के वात्सल्य भरे प्रेम में कोई परिवर्तन नहीं आता उसके लिए युवा या युवती हमेशा गोद में पड़े उस मूक शिशु के समान ही होते हैं जिनको भूख लगती है या अन्य कष्ट होता है तो वह मात्र रो सकते है और माँ का हृदय उन्हें रोता देख उनको कष्ट मुक्त करने में लग जाता है। हम अपना दुःख दर्द भले ही सबसे छुपा लें लेकिन माँ से नहीं छुपा पाते क्योंकि दुनिया में एक माँ ही है जो बिना बताए अपने बच्चों के दुःख और दर्द को पहचान लेती है। वह नहीं चाहती कि किसी भी वजह से उसके बच्चों को किसी भी प्रकार का दुःख पहुँचे तथा वह बच्चों की पसंद एवं नापसंद का सदा ध्यान रखती हैं; सुबह से रात तक वह उनकी खुशी का ध्यान रखते हुए घर से विद्यालय, विद्यालय से महाविद्यालय और महाविद्यायल से विश्वविद्याल एवं देश-विदेशों में अपने बच्चों के साथ उनके जीवन का सफ़र आसान बनाती है और सदैव उनका हौसला बढ़ते हुए उनके संघर्ष का साथी बनी रहती है फिर भी वह कभी भी बच्चों के सामने अपने थकान या दुःख को जाहिर नहीं होने देती है।

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प्रथम गुरु के रूप में माँ

गुरु तथा मार्गदर्शक का सबसे पहला दर्जा माँ को दिया जाता हैं, क्योंकि बचपन से ही माँ अपने बच्चों को सत्य की राह पर चलना, बिना फल की परवाह किए नेकी करना तथा संघर्ष से न डरना जैसी अनेक महत्त्वपूर्ण शिक्षाएँ देती हैं। अतः माँ पर निबंध (Maa Par Nibandh) में मां के इस पहलू की चर्चा बहुत आवश्यक है। जब बच्चा जीवन में कभी अपना रास्ता भटक जाता है तब वह उसे सद-मार्ग पर लाने का निरंतर प्रयास करती रहती है, कोई भी माँ अपने बच्चों को गलत कार्य करने से रोकती अवश्य है और यही शिक्षा जीवन भर काम आती है; जिससे एक बेहतर जीवन का निर्माण होता है। जीवन में रोज़मर्रा के कार्य जैसे कि कपड़े पहनना, रास्ते पर नियमों का पालन करते हुए बचकर चलना, जूते का फीता बाँधना, दाँतों को ब्रश से साफ करना, भोजन करना आदि सिखाने के साथ-साथ प्रारभिक शिक्षा की नीव भी सबसे पहले माँ ही रखती है इसलिए उसके द्वारा दी गई शिक्षा हमारे जीवन में एक बड़ी शक्ति के रूप में स्थान रखती हैं।

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परिवार का आधार माँ

एक औरत जन्म से रिश्तों के साथ बंधती जाती है। उसमें शिशु को जन्म देने तथा उसका लालन-पालन करने की अद्भुत शक्ति है; जिसके बाद उसे माँ के रूप में एक नया रिश्ता प्राप्त होता है, जिसे विश्व स्तर पर सबसे ज्यादा सम्मान भी दिया जाता है। माता-पिता दोनों का ही बच्चों के जीवन निर्माण में बड़ा महत्त्व रहता है लेकिन एक माँ होना पिता होने से अत्यधिक कठिन जान पड़ता है। वह सब रिश्तों को निभाते हुए अपनी बहुत सारी खुशियों का त्याग करती जाती है बेटी, बहू से लेकर माँ तक का सफ़र उसके लिए आसान नहीं होता अगर यह कहा जाए कि वह कभी खुद के लिए जीती ही नहीं है तो यह कहना गलत नहीं होगा क्योंकि वह अपनी पूरी ज़िन्दगी अपने परिवार तथा बच्चों के नाम कर देती है और उन्हीं की खुशी में अपनी खुशी मान लेती है।

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नैसर्गिक प्रेम

माँ जैसा ममत्व किसी रिश्ते में नहीं प्राप्त होता इसका उदाहरण रामायण तथा महाभारत जैसे पवित्र ग्रन्थों में देखने को मिल जाता है; राम से बिछड़ने के बाद उनकी माँ का हृदय जितना दुखी हुआ उतना किसी का नहीं, जो नैसर्गिक प्रेम कृष्ण को अपनी माँ से मिला वैसा वात्सल्य उन्हें किसी से नहीं मिला जिसको तुलसीदास तथा सूरदास जैसे महान कवियों ने अपनी रचनाओं में भी चित्रात्मक रूप में दर्शाया है। प्रसिद्ध रचनाकार अज्ञेय तथा दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफ़ेसर डॉ. गिल ने क्रमश: कहा है कि- “माँ एक बार की जननी और आजीवन ममता है” “पिता एक बार का जनक और आजीवन आदर्श है” माँ नौ महीने शिशु को अपने कोख में रखकर विकसित करती है फिर जानलेवा पीड़ा को झेलकर एक शिशु को इस दुनिया में जन्म देती है और इसलिए यह भी सत्य है कि उस पीड़ा का कर्ज़ कोई भी नहीं उतार सकता है।

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वर्तमान समय में माँ

माँ पर निबंध आधुनिक परिप्रेक्ष्य की चर्चा के बिना अधूरा है। अगर आधुनिकता के सकारात्मक प्रभाव मिले तो बहुत सारे नकारात्मक प्रभाव भी मिल रहे हैं, इसने माँ की ममता को भी प्रभावित किया है आज-कल की भाग-दौड़ की ज़िंदगी में बच्चों को अपनी माँ से अलग रहना पड़ रहा हैं या माँ को बच्चों से दूर रहना पड़ रहा है क्योंकि हमें लगता है कि बेहतर शिक्षा और बेहतर भविष्य किसी विशेष शहर, प्रदेश या देश में रहकर ही प्राप्त हो सकती है एवं कही न कही ऐसी सोच से रिश्तों पर थोड़ा प्रभाव पड़ता ही है, वह प्रभाव मानसिक भी हो सकता है, शारीरिक भी और बाहरी भी हो सकता है। जीवन में बच्चे बड़ी से बड़ी गलतियाँ करते है लेकिन माँ बड़ी सहजता से उन गलतियों को भूलकर अपने बच्चों को माफ़ कर देती है और परिवार को खुश देखने की चाहत हमेशा रखती है फिर भी आज-कल बहुत से बेटे अपनी माँ को वृद्धा-आश्रम में छोड़ आते है फिर भी वह उनकी खुशी की दुआ करती है और अकेले रहकर भी उन्हीं की बातें तथा उन्हीं के बारे में सोचती रहती है, उनका हर फ़ैसला आसानी से मान जाती है। उसके दिल जैसा किसी का दिल नहीं है, वह हमेशा अपने बच्चों का कल्याण दिल से ही सोचती है। उनके चेहरे की उदासी उससे कभी सहन नहीं होती, वह उदासी के पीछे के कारण को जानकर उसका निवारण ज़ल्द से ज़ल्द करने की चाहत रखती है। अपने बच्चों को ज़िन्दगी की हर मार से बचाती है पर कभी-कभी बच्चे स्वयं को समझदार समझकर अपनी माँ से कुछ नहीं बताते तथा सारे दुःख और दर्द को छिपाने की कोशिश करते हुए स्वयं को इतना अकेला कर लेते है कि वह अवसाद के शिकार होते जाते, माँ से दूर किसी और जगह या दूर रहने के कारण कभी-कभी माँ उनके लिए कुछ नहीं कर पाती इसलिए हर वह बात जो आंतरिक रूप से तथा मानसिक रूप से परेशानी का कारण बने उसे माँ से अवश्य बताना चाहिए क्योंकि एक वही है जो हमें सबसे बेहतर जानती है तथा हमारा सबसे अधिक भला चाहने वाली भी वही है। सब छोड़कर जा सकते हैं लेकिन वह जीवन भर हमारा साथ नहीं छोड़ती और पग-पग पर हमारा सहारा बनी रहती है। जितना माँ अपने बच्चों की खुशी के लिए करती है उतना इस दुनिया में कोई नहीं कर सकता इसलिए हमें अपनी माँ को वही स्नेह देना चाहिए जो उनसे हमें प्राप्त होता रहा है। अब धीरे-धीरे महिलाएँ आर्थिक रूप से मज़बूत होने लगी हैं, इस कारण से उनके पास अपने निजी जीवन के लिए बहुत कम समय बचता है लेकिन फिर भी एक माँ इस प्रयास में लगी रहती है कि वह अपने बच्चों को ज्यादा से ज्यादा समय दे पाए साथ ही उनकी पसंद-नापसंद को ध्यान में रखते हुए उनके लिए तथा उनके भविष्य के लिए कुछ बेहतर कर पाए इसी चाहत के साथ वह हर दिन की शुरूआत करती है।

यह भी पढ़ें – कोविड 19 पर निबंध

माँ पर निबंध – निष्कर्ष

जननी के बिना इस विश्व की कल्पना ही नहीं की जा सकती क्योंकि वह ही मनुष्य के जीवन का आधार स्तंभ है तथा हर छोटी-बड़ी समस्याओं से अपने अंश को बचाती तथा गलतियों को सुधारने के लिए अपना साथ बनाए रहती है। हम जीवन में कितने ही बड़े उपाधि धारक या शिक्षित क्यों न हो जाए फिर भी इस दुनिया में हमारी माँ ही हमारा पहला प्यार, पहला गुरु और पहला मित्र होती हैं। हमें उम्मीद है कि “माँ पर निबंध” अथवा “मेरी माँ” नामक यह निबंध आपके लिए उपयोगी साबित होगा। यदि आपको लगता है कि इस निबन्ध में कुछ बिंदु छूट गए हैं, तो कृपया हमें टिप्पणी करके अवश्य अवगत कराएँ। हम उन्हें शीघ्र ही इस निबंध में जोड़ने का प्रयत्न करेंगे।

यह भी पढ़ें – “समय का महत्व” निबंध

  • वंडर ऑफ साइंस का निबंध
  • वर्तमान भारत – स्वामी विवेकानंद

सन्दीप शाह दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक हैं। वे तकनीक के माध्यम से हिंदी के प्रचार-प्रसार को लेकर कार्यरत हैं। बचपन से ही जिज्ञासु प्रकृति के रहे सन्दीप तकनीक के नए आयामों को समझने और उनके व्यावहारिक उपयोग को लेकर सदैव उत्सुक रहते हैं। हिंदीपथ के साथ जुड़कर वे तकनीक के माध्यम से हिंदी की उत्तम सामग्री को लोगों तक पहुँचाने के काम में लगे हुए हैं। संदीप का मानना है कि नए माध्यम ही हमें अपनी विरासत के प्रसार में सहायता पहुँचा सकते हैं।

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Meri Maa Essay in Hindi

Meri Maa Essay in Hindi: मेरी मां पर निबंध

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Meri Maa Essay in Hindi

यहां हम आपको Meri Maa Essay in Hindi उपलब्ध करा रहे हैं. इस निबंध को आप कक्षा 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11 और 12 के लिए या अपने किसी प्रोजेक्ट के लिए उपयोग कर सकते हैं. यदि आप को किसी स्पीच के लिए टॉपिक essay on mother in hindi मिला है तो आप इस लेख को स्पीच के लिए भी उपयोग कर सकते हैं. इसके साथ ही यदि आपको किसी निबंध प्रतियोगिता के लिए भी meri maa essay in hindi लिखना है तो आपको यह आर्टिकल पूरा बिल्कुल ध्यान से पढ़ना चाहिए.

Meri Maa Essay in Hindi (50 words)

मां भगवान का दूसरा रूप होती है। मां हमें सबसे अधिक प्रेम करती है। मां हमें जन्म देती है और इस धरती पर लाती है। वह हमारी पहली शिक्षक होती है जो हमें अच्छे बुरे का ज्ञान देती है। भगवान हर जगह मौजूद नहीं हो सकता इसलिए उसने मां को बनाया है।

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Meri Maa Essay in Hindi (100 words)

हम सभी को अपनी मां से बहुत प्यार होता है। मां को भी हमारे सुख दुख का साथी माना जाता है। मां हमारी हर चीज का ध्यान रखती है वह हमें स्वादिष्ट खाना बनाकर भी खिलाती है। मां हमारा हर मुसीबत में साथ देती है तथा हमें कठिनाइयों से सामना करने का साहस प्रदान करती है। मां घर के कामों में व्यस्त रहती है लेकिन हमारे आवाज देते ही सब काम छोड़कर हमारे पास थोड़ी चली आती है। हमें अपनी मां का ख्याल रखना चाहिए। हमें अपनी मां की घर के कामों में मदद करनी चाहिए। मां का प्यार हमारे लिए सबसे अमूल्य होता है।

Meri Maa Essay in Hindi (150 words)

मां वो शब्द है जिससे बच्चा सबसे पहले बोलना सीखता है मां वह औरत होती है जो हमें जन्म देती है और हमारा लालन पोषण करती है। दुनिया में मां के प्रेम को सबसे अधिक पवित्र और सम्माननीय माना गया है। मां अपने बच्चे के लिए सारा संसार होती है । मां को ही बच्चे का पहला गुरु माना जाता है। हमेशा से ही मां ने अपने बच्चे के सभी दुख दर्द को दूर करने के लिए अपना सब कुछ बच्चों पर निछावर कर दिया है। इसीलिए जीवन देने वाली सभी चीजों को मां कहा जाता है जैसे कि हमारी धरती मां, प्रकृति मां ,गो मां भारत मां यह सब एक नए जीवन को जन्म देती हैं तथा जीवन की संरचना के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं इसलिए इन्हें मां कहकर संबोधित किया जाता है। सभी के जीवन में मां का सबसे महत्वपूर्ण स्थान होता है। अपने इसी निस्वार्थ और निश्छल प्रेम के कारण मां के रिश्ते को सर्वोपरि रखा गया है।

Meri Maa Essay in Hindi

Meri Maa Essay in Hindi (200 words)

मां एक ऐसा शब्द है जिसे सुनकर यह कहकर सभी के चेहरों पर मुस्कान आ जाती है तथा मन में एक शांति महसूस होती है। मां को जीवन देने वाली माना जाता है मां ही वह औरत होती है जो इस संसार में एक नए जीव को जन्म देती है तथा अपनी पूरी निष्ठा से संतान का लालन-पालन करती है। मां अपने बच्चे को कभी भी संकट में अकेला नहीं छोड़ती वह स्वयं भूखी सो जाएगी लेकिन अपने बच्चे का पेट अवश्य भरेगी।

जीवन के किसी भी मोड़ पर जब हम निराश होते हैं तो मा हमें सहारा देकर आगे बढ़ने का रास्ता दिखाती है। व्यक्ति के जीवन में जब सारा परिवार और संसार उसके खिलाफ हो जाता है तब मैं अकेली अपने बच्चे का साथ देती है और उसे सभी परेशानियों से बाहर निकालती है। मां अपने बच्चे को बेहतर जीवन देने के लिए अपना जीवन कठिनाइयों में तक बिता लेती है। मां के प्यार की कोई सीमा नहीं होती ना ही किसी और के प्रेम से इसकी तुलना की जा सकती है। मां वैसे तो एक साधारण औरत होती है लेकिन यह अपने बच्चों के लिए देवी के समान होती है। जीवन मैं मां का स्थान सर्वोपरि होता है।

Meri Maa Essay in Hindi (250 words)

किसी कहावत में कहा गया है कि भगवान हर जगह मौजूद नहीं हो सकता इसलिए उसने मां बनाई। इसीलिए मां को देवी की तरह पूजा जाता है। एक औरत अपने पूरे जीवन में कई तरह के रिश्ते निभाती है वह किसी की बहन बेटी बहू का किरदार निभाती है लेकिन किसी औरत को सबसे ज्यादा मां के रूप में सम्मानित किया जाता है। मां एक ऐसा शब्द है जिसकी व्याख्या कर पाना शब्दों में संभव नहीं है। बच्चे मां के साथ कितना ही बुरा व्यवहार क्यों ना कर ले लेकिन मां का प्यार बच्चों के प्रति कभी कम नहीं होता। मां के लिए अपनी सभी संतान एक बराबर होती है वह बच्चों में कभी भेदभाव नहीं करती।

वैसे तो मां बड़ी शांत होती है लेकिन अपने बच्चे की रक्षा के लिए वह बड़ी से बड़ी विपत्तियो से लड़ जाती है। बच्चों के लालन पोषण के साथ मां उनके जीवन में अहम भूमिका निभाती है वह बच्चों की शिक्षक और अच्छी दोस्त होती है जो हमेशा उनका मार्गदर्शन करती है। जब भी व्यक्ति किसी मुसीबत से परेशान होता है तब मां विश्वास पैदा करती है वह हमें मुसीबत से लड़ने का साहस प्रदान करती है। जब भी मन अशांत और दुखी होता है तो मां की गोद में सर रखकर सोने से सारी समस्या खत्म सी हो जाती हैं व्यक्ति प्रेम और करुणा के भाव से भर आता है। मां एक सुखदाई शब्द है जिसे बोलने से ही मात्र मन प्रसन्न हो जाता है। इन्हीं कारणों के कारण मां को ईश्वर का दर्जा दिया गया है और ईश्वर की तरह उन्हें पूजा जाता है।

Meri Maa Essay in Hindi (300 words)

हमारे जीवन में मां की कितनी आम भूमिका होती है यह सब जानते ही हैं। घर में सुख शांति लाने वाली औरत मां ही होती है। मां स्वयं हजारों तकलीफ हो से घीरी रहेगी लेकिन अपने बच्चे पर एक आंच भी नहीं आने देगी। मां एक ऐसी औरत होती है जो अपने जीवन का बलिदान कर अपने बच्चे का जीवन बेहतर बनाने की कोशिश करती है। मां के बिना जीवन के बारे में सोचना असंभव है।

जीवन में मां का महत्व

जीवन को जीवन बनाने वाली मां ही होती है। मां के बिना जीवन जीना एक बुरे सपने के समान होता है। जीवन में हर चीज की कमी को पूरा किया जा सकता है लेकिन मां की कमी को कभी पूरा नहीं किया जा सकता। इंसान अपने जीवन में भगवान का नाम लेना भूल सकता है लेकिन मां का नाम लेना कभी नहीं। मां को प्रेम और करुणा का प्रतीक माना जाता है वह हजारों कष्ट सहकर भी अपने बच्चे को अच्छी सुख सुविधा देना चाहती है।

बच्चों के लिए मां का प्रेम

मां अपने बच्चे को स्वयं से अधिक प्यार करती है वह खुद भूखी सो जाएगी लेकिन अपने बच्चे को भूखा नहीं सोने देगी। मां जीवन में हर काम छोड़ सकती है। हर काम भूल सकती है लेकिन अपने बच्चे को खाना खिलाना और उसे प्यार करना कभी नहीं भूलती। हर व्यक्ति के जीवन में मां की एक अहम भूमिका होती है। मां ही बच्चों की पहली शिक्षक होती है, जो उन्हें जीवन में आगे बढ़ने की राह दिखाती है।

व्यक्ति के जीवन में अगर सबसे अधिक महत्व रखने वाला कोई इंसान है, तो वह है मां। मां के बिना जीवन की कल्पना करना असंभव है। मां स्वयं पीड़ा भोग कर अपने बच्चे को सुख देती है। इसलिए इस संसार में मां के रिश्ते को सबसे पवित्र कहा गया है। जीवन में बनने वाले सभी रिश्तो में मां के रिश्ते को सबसे महत्वपूर्ण माना गया है। मां का प्रेम हमारे लिए देवतुल्य है।

कोरोना पर निबंध
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शरद ऋतु पर निबंध
भारत छोड़ो आंदोलन पर निबंध और टिप्पणी
आजादी के गुमनाम नायक पर निबंध
वर्षा ऋतु पर निबंध

Meri Maa Essay in Hindi (500 words)

मां हमारे जीवन का निर्माण करती है। मां को प्रथम शिक्षक के रूप में जाना जाता है क्योंकि बच्चे अपने जीवन का आरंभिक ज्ञान मां से ही प्राप्त करते हैं। मां ही बच्चों की पहली दोस्त होती है जिन्हें बच्चा अपनी सारी परेशानियां बताता है। वह उन परेशानियों को दूर कर उसे खुश कर देती है। मां हमेशा बच्चे को जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरणा देती है। उसे अच्छाई बुराई के बताकर उसे अच्छा इंसान बनाती है। वह हमें अपने जीवन में सबसे अधिक प्राथमिकता देती हैं। मां के जैसा सच्चा और वास्तविक प्यार हमें कोई नहीं दे सकता इसलिए मां को भगवान ने भी पूजनीय बताया है।

प्रेरणा का स्त्रोत मां

हर व्यक्ति के जीवन में कोई ना कोई प्रेरणा का स्त्रोत अवश्य होता है। लेकिन मां से बड़ा प्रेरणा का स्त्रोत कोई नहीं हो सकता। मां का जीवन कितना ही कठिन क्यों ना हो लेकिन वह अपने बच्चे को बेहतर जीवन देने की पूर्ण कोशिश करती है। स्वयं कई तकलीफ हो से पीड़ित होकर भी बच्चे के चेहरे पर मुस्कान लाती है। हमने जीवन में मां को हर मुसीबत से लड़ते देखा मां ने कभी किसी भी मुसीबत के आगे घुटने नहीं टेके इसीलिए मां को प्रेरणा का स्रोत माना जाता है हमें मां से प्रेम करुणा सद्भावना का भाव सीखना चाहिए तथा जीवन में आगे बढ़ने के लिए चुनौतियों का सामना करना सीखना चाहिए। मां अपने जीवन में सभी कर्तव्यों को निष्ठा के साथ निभाती है वह बिना किसी शिकायत के सभी की बुरी बातों को सुनकर भी बच्चों को प्रेम का पाठ सिखाती है इसीलिए मां को सबसे बड़ा प्रेरणा का स्त्रोत माना जाता है जिनसे प्रेरित होकर व्यक्ति अपने जीवन को सफल और सुखी बना सकता है।

जीवन में मां की आवश्यकता

जिस तरह जीवन जीने के लिए हवा पानी खाने तथा अन्य चीजों की आवश्यकता होती है उसी तरह जीवन मैं सुख शांति बनाए रखने के लिए मां की आवश्यकता होती है। दुनिया में हर चीज की कमी किसी ना किसी इंसान से पूरी की जा सकती है लेकिन मां की कमी को कभी पूरा नहीं किया जा सकता जो प्रेम हमें मां देती है वह और कोई नहीं दे सकता। मां को ही बच्चे के जीवन का रचयिता कहा जाता है। बच्चे जीवन में कई तरह के शिक्षकों से जीवन का महत्वपूर्ण ज्ञान प्राप्त करते हैं वह इस ज्ञान को भूल सकते हैं लेकिन मां के द्वारा दिया गया ज्ञान और जीवन के लिए अमूल्य उपदेशों को कभी नहीं भूल सकते। मां बच्चे को सांसारिक पारिवारिक आध्यात्मिक भौतिक सभी ज्ञानो से परिचित कराती है तथा उसे एक अच्छे इंसान के रूप में ढालती है।

जीवन में व्यक्ति कितना ही अमीर और सफल क्यों ना हो जाए लेकिन उसे वास्तविक सुख की प्राप्ति मां की गोद में ही होती है। मां की गोद को भगवान की गोद के समान माना जाता है जिसमें सर रखने मात्र से सारी मुसीबत दूर होती दिखाई देती हैं। मां का प्रेम और आशीर्वाद हमें हर प्रकार की मुसीबत से बचाए रखता है तथा मां स्वयं के जीवन को खतरे में डालकर भी अपने बच्चे के जीवन को सुरक्षित रखने का प्रयास करती है। जीवन को सुखी और आनंदमय बनाए रखने के लिए मां का होना काफी महत्वपूर्ण होता है। इसीलिए मां को भगवान का दूसरा रूप कहा जाता है।

maa par nibandh in hindi

हमारे सभी प्रिय विद्यार्थियों को इस meri maa essay in hindi जरूर मदद हुई होगी यदि आपको यह essay on mother in hindi अच्छा लगा है तो कमेंट करके जरूर बताएं कि आपको यह meri maa essay in hindi कैसा लगा? हमें आपके कमेंट का इंतजार रहेगा और आपको अगला Essay कौन से टॉपिक पर चाहिए इस बारे में भी आप कमेंट बॉक्स में बता सकते हैं ताकि हम आपके अनुसार ही अगले टॉपिक पर आपके लिए निबंध ला सकें.

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Hindi Essay, Paragraph, Speech on “Meri Maa”, “मेरी माँ” Complete Essay for Class 9, 10, 12 Students.

परिचय- माँ शब्द कितना स्नेह भरा हुआ है। कितनी ममता भरी हुई है। माँ होती है बड़ी स्नेहमयी, ममतामयी। हमारे शास्त्रों में कहा गया है-जननी और जन्मभूमि स्वर्ग से भी अधिक श्रेष्ठ हैं। जो हमें जन्म देती है। हमें पाल-पोस कर बड़ा करती है। वह हमारी माँ है। बच्चा माँ की स्नेहमयी गोद में तथा ममतापूर्ण आँचल की शीतल छाँव में सबसे अधिक सुरक्षित रहता है।

माँ अथाह कष्ट सहकर शिशु को जन्म देती है, उसका लालन-पालन करती है। बच्चे की प्रसन्नता में ही माता की प्रसन्नता निहित रहती है। बच्चे का खिला चेहरा माता के हृदय में अपार आनंद की सृष्टि करता है। बच्चे की थोड़ी-सी भी उदासी माँ को अत्यधिक बेचैन कर देती है। बच्चे की थोड़ी-सी पीड़ा से माँ तड़प उठती है।

मेरी माँ भी ऐसी ही ममतामयी तथा स्नेहमयी है। वह हम सभी भाई-बहनों का बहुत ध्यान रखती है। वह हमें कोई कष्ट नहीं होने देती। वह कुशल गृहिणी है। वह हम पर कभी क्रोध नहीं करती। मेरी माँ को परिवार के सभी लोग तथा संबंधी सभी बहुत पसंद करते हैं क्योंकि उसका व्यवहार बहुत मृदु है।

उपसंहार- माँ की ममता नि:स्वार्थ होती है। कहा गया है-पुत्र कुपुत्र हो सकता है, लेकिन माता कुमाता नहीं हो सकती। जो पुत्र माता का अनादर करता है, वह निश्चय ही अभागा है, नीच है, पापी है। हमें सदैव माता का आदर करना चाहिए।

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मेरी प्यारी माँ पर निबंध | Essay on my mother (1800 words)

  • Post author: Sachin Rathi
  • Post published: September 11, 2022
  • Post category: Hindi essay
  • Post comments: 0 Comments

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Essay on my mother in Hindi – वैसे तो माँ के बारे क्या ही लिखा जा सकता है, माँ के बारे में जो लिखू वो भी काम है। \’मेरी माँ या मेरी प्यारी माँ\’ ये शब्द सुनते ही या कहते ही हमारा मन भर सा जाता है और एक अलग ही तरह का महसूस होता है। मेरे प्यारे दोस्तों आज हम आपके लिए मेरी प्यारी माँ पर निबंध ( Essay on my mother in Hindi) लेकर आए है वो भी बिल्कुल सरल भाषा में। जो निबंध हम आपको बताएँगे वो आपके स्कूल में, कॉलेज में, या अन्य किसी भी जगह काम जरूर आएगा या आप इसे केवल पढ़ने के लिए इस्तेमाल कर सकते है। जो बिना स्वार्थ के प्यार करती है वो होती है माँ। जो हमारी एक छींक पर हमें डॉक्टर के पास है वो होती है माँ। तो चलिए आज हम आपको मेरी माँ पर निबंध के बारे में बताते है।

Essay on my mother in Hindi for class 6,7,8,9,10

Table of Contents

essay on my mother

इस दुनिया में सबसे आसान और सबसे अनमोल शब्द है- माँ। माँ दुनिया का एक मात्र ऐसा शब्द है, जिसे किसी परिभासा की जरूरत नहीं है क्योकि यह शब्द नहीं एहसास है। माँ प्रेम, त्याग और सेवा की मूर्ति है। सचमुच, माँ ईश्वर का प्रतिरूप रूप है।

मेरी माँ का नाम ममता देवी है। मेरी माँ बहुत समंझदार, मेहनती और दयालु है। वह हर सुबह सबसे पहले उठ जाती है और घर का सभी काम संभालती है। मेरी प्यारी माँ हमारे परिवार का अच्छी तरह से ख्याल रखती है। वह हमारे बगीचे के पेड़-पौधे पर भी ध्यान देती है मेरी माँ एक साधारण सी महिला है, वह मेरे लिए सुपर डुपर हीरो है। मेरी माँ ने मेरे हर कदम पर मेरा साथ दिया और मेरा हौसला भी बढ़ाया। मेरे हर हालत में वह मेरे साथ रहती थी चाहे कैसे भी हालत हो। मेरी माँ का हर कार्य, भक्ति, लगन, समपर्ण, आचरण मेरे लिए प्रेरणा थी।

मेरी माँ का प्यार

मेरी माँ ईमानदारी, सच्चाई और प्रेम का है। मेरी माँ मुझे प्रतिदिन आशीर्वाद देती है जो की मेरे बहुत काम आता है। मेरी माँ हमें सब कुछ देती है लेकिन कभी बदले में कुछ भी नहीं लेती। जिस तरह मेरी माँ मेरे परिवार का ध्यान रखती है, वह मुझे भी भविष्य में ऐसा करनी की प्रेरणा देती है।

मेरी माँ का प्यार केवल अपने ही परिवार के लिए नहीं है बल्कि वह तो सभी जीव जानवरो, कुत्ते, बिल्ली, पेड़-पौधे सभी से प्यार से व्यव्हार करती है। इसी वजह से वह पर्यावरण और जानवरो के प्रति दयालु और समंझदार होती है।

निष्कर्ष conclusion: (Essay on my mother in Hindi)

हर माँ अपने बच्चो लिए बहुत खास होती है और माँ ही बच्चो के भगवान् के वरावर होती है। माँ ही बच्चो को अच्छी और बुरी शिक्षा देती है। माँ का आँचल पकड़कर बच्चा बड़ा होता है। माँ गर्व से लेकर बच्चे के बूढ़े होने तक सभी अच्छे बुरे काम करती है। एक माँ अपने बच्चो के साथ साथ पुरे परिवार का ध्यान रखती है। सिर्फ मेरी माँ ही नहीं बल्कि वो हर माँ जो अपने बच्चो के अपना पूरा जीवन न्योछावर कर देती है, सच में भगवान् है और भगवान् की पूजा करनी चाहिए।

मेरी प्यारी माँ पर निबंध: Essay on my mother in Hindi

Short Essay on my mother

मेरी प्यारी माँ इस दुनिया में प्यार, सच्चाई, ईमानदारी और सबसे बढ़कर मेरे लिए देवता की प्रतीक हैं। मेरी माँ एक अद्भुत और आत्मविश्वासी महिला हैं और मेरे लिए एक प्रेरणा भी हैं। मैं हमेशा अपनी माँ के स्व-निर्मित निर्णयों और उनके जीवन में उनकी निष्ठा के कारण उनकी प्रशंसा करता हूँ। उसका नाम ममता देवी है।

मेरी मां मेरे लिए गुड लक है, इसलिए मैं हमेशा अपने दिन की शुरुआत मां की मुस्कान से करता हु और हर दिन मैं उनका आशीर्वाद लेता हूं। यह मेरी बहुत मदद करता है और किसी भी काम को करना बहुत आसान बनाता है। और समस्याओं को भी बहुत जल्दी दूर करता है।

मेरी माँ हमेशा मेरी पढ़ाई को लेकर चिंतित रहती है और परीक्षा के समय मेरी मदद भी करती है। वह मुझे जीवन में एक अच्छा इंसान बनने और सही काम करने के लिए मार्गदर्शन करती रहती है, और हमेशा यही सुझाव देती है, कि मैं जीवन में सही निर्णय लेता रहुँ। जब भी हम बीमार पड़ते थे वह मेरे छोटे भाई और मेरा ख्याल रखती थीं। वह हम दोनों की सबसे अच्छी दोस्त है, और हमेशा हमें सबके साथ सहज बनाने की कोशिश करती है। मैं और मेरा भाई हमेशा अपनी माँ के साथ अपने रहस्य साझा करते हैं।

मेरी माँ हमेशा हमारी खुशी की परवाह करती है और हमेशा हमें सहज महसूस कराने की कोशिश करती है। वह हमारे लिए स्वादिष्ट खाना बनाती है। हर दिन वह नाश्ता बनाती है और हमें हमारे स्कूल के लिए लंचबॉक्स भी देती है। छुट्टियों में, वह हमेशा कुछ खास और स्वादिष्ट भोजन और स्वादिष्ट व्यंजन बनाती है। जिसे हमने अपने घर में इसका भरपूर आनंद लिया। कभी-कभी हम अपना वीकेंड मनाने के लिए बाहर भी जाते हैं और मस्ती करते हैं। जब भी हमें अपनी पढ़ाई से समय मिलता है, हम अपनी माँ के साथ बैठते हैं, और वह हमें हँसती हुई कहानियाँ, ज्ञानवर्धक कहानियाँ और अन्य बातचीत बताती हैं, जो हमें अपने जीवन में अनुसरण करने और अच्छे इंसान बनने में मदद करती हैं। वह मेरे जीवन में अब तक के सबसे दयालु लोगों में से एक है, और उसे अपने जीवन में किसी और की तुलना में बहुत अधिक प्यार करती है।

मैं कभी भी जीवन में कोई गलत काम नहीं करूंगा, जिसके लिए मेरी वजह से मेरी मां की इज्जत फीकी पड़ जाए।

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Essay on my mother in Hindi

Long Essay on my mother in hindi

हम सभी जानते हैं, कि माँ का स्थान सबसे ऊपर है क्योंकि वह ईश्वर से भी अधिक मूल्यवान है। माँ हर किसी के जीवन में सबसे महत्वपूर्ण और खास व्यक्ति होती है। वास्तव में हम कह सकते हैं, कि माँ किसी के लिए भी ईश्वर का सबसे अनमोल उपहार होता है।

माँ हर बच्चे के लिए पहली शिक्षक(गुरु) होती है, जिससे बच्चा सम्मान करना, देखभाल करना, बोलना सीख सकता है, और बच्चा माँ के कारण ही दुनिया देख सकता है। वह उनके जीवन में उनके बच्चे के लिए एक दोस्त, माता-पिता, अभिभावक, कार्यवाहक और शिक्षक भी हो सकती है, माँ परिवार चलाने और घर को स्वर्ग के रूप में सुंदर बनाने की जिम्मेदारी लेती है। उसकी मुस्कान उसकी उपस्थिति, स्नेह और प्रेम से पूरे घर को रोशन कर देती है। हर इंसान या जीवित प्राणी का अपनी मां के साथ एक विशेष और भावनात्मक लगाव होता है।

इस दुनिया में सभी बच्चों के लिए सबसे सुरक्षित और सबसे सुकून देने वाली जगह उनकी मां की गोद होती है।

एक माँ अपने परिवार और घर में रहने वाले लोगों की खुशी की पूरी जिम्मेदारी लेती है। वह सभी की मदद करती है और उनकी देखभाल भी करती है, चाहे वह व्यस्त क्यों न हो, बच्चे हों या दादा-दादी। वह इतनी दयालु और मददगार है, कि जरूरत पड़ने पर अपने पड़ोसियों और दोस्तों की मदद के लिए हमेशा तैयार रहती है। अपने परिवार में सभी के लिए उनका प्यार बिना शर्त और शुद्ध है। वह अपनी जिम्मेदारियों से कभी नहीं कतराती हैं और बिना एक भी शब्द बोले हमेशा घर की देखभाल करती हैं। बहुत सी माताएँ बहुक्रियाशील होती हैं, क्योंकि वे अपने घर की देखभाल करती हैं और व्यवसाय भी चलाती हैं, या कुछ अन्य गतिविधियाँ करती हैं। उनके पास अपने जीवन में चुनौतियों का सामना करने और उन्हें अवसरों में बदलने की अद्भुत क्षमता होती है। उनके पास व्यवसाय को संभालने और घर की देखभाल के रास्ते में आने वाली बाधाओं का प्रबंधन करने की भी क्षमता होती है। वह अपने हुनर ​​से सभी को हैरान कर देती हैं। वह मल्टीटास्किंग में बहुत अच्छी होती है, और वह बिना किसी झिझक के इसे आराम से संभाल सकती है।

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माँ प्रकृति इस दुनिया में अतुलनीय है। जो हमेशा अपने प्रियजनों को बिना किसी वापसी की उम्मीद किए बिना शर्त प्यार करती है। एक माँ, यह सिर्फ एक साधारण शब्द नहीं है। यह अपने आप में एक संपूर्ण ब्रह्मांड है। एक प्रसिद्ध लेखक ने एक बार कहा था, \”भगवान सभी के लिए हर जगह मौजूद नहीं हो सकते। इसलिए, उन्होंने माताओं को बनाया।

वास्तव में कोई भी \’माँ\’ शब्द का अर्थ परिभाषित नहीं कर सकता। हम सभी को हर साल छुट्टी का सप्ताहांत मिलता है, लेकिन एक माँ के पास कोई छुट्टी नहीं होती है। कोई सप्ताहांत नहीं होता है, और जब वह बीमार महसूस करती है तो वह एक भी छुट्टी के बिना पूरे साल लगातार काम करती है। वह अपने काम और देखभाल के बदले में कभी कुछ भी नहीं मांगती। उसके पास कई गुण हैं जो उसे देखभाल और प्रेम की मूर्ति बनाते हैं।

माँ हमेशा अपने प्रियजनों को उनकी गलतियों के लिए माफ कर देती है और हमेशा हमारी गलतियों को समझने और हमारी जिम्मेदारियों को समझने के लिए कुछ सख्त उपायों के साथ हमारी गलतियों को सुधारने की कोशिश भी करती है। वह हमेशा अपने बच्चों को उनके जीवन में एक जिम्मेदार व्यक्ति बनाने और एक आरामदायक जीवन के लिए आगे की सफलता हासिल करने के लिए कुछ त्याग करती है। वह एक निस्वार्थ इंसान हैं और हमें उनका सम्मान करना चाहिए।

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निष्कर्ष Conlusion:

माँ शब्द ही दुनिया का सबसे अनमोल अहसास है। हमारी माँ हमारे लिए सब कुछ करने लिए त्यार रहती है। अगर हम किसी भी चीज में जिद कर देते है, तो माँ वो चीज हमारे पास लेकर रख देती है। अगर आपको भगवान् को देखना है तो आप एक बार अपनी नजर भरकर अपनी माँ की तरफ देख लेना, आपको भगवान् नजर आ जायेगा।

1). माँ के बारे में क्या लिखे ?

वैसे तो माँ के बारे क्या ही लिखा जा सकता है, माँ के बारे में जो लिखू वो भी काम है। एक माँ अपने परिवार और घर में रहने वाले लोगों की खुशी की पूरी जिम्मेदारी लेती है।

2). आपके जीवन में माँ का क्या योगदान है ?

माँ हर बच्चे के लिए पहली शिक्षक(गुरु) होती है, जिससे बच्चा सम्मान करना, देखभाल करना, बोलना सीखता है, और बच्चा माँ के कारण ही दुनिया देख सकता है।

3). मेरी माँ मेरे लिए क्या क्या करती है ?

मेरी प्यारी माँ हमारे परिवार का अच्छी तरह से ख्याल रखती है। वह हमेशा कुछ खास और स्वादिष्ट भोजन और स्वादिष्ट व्यंजन बनाती है। जिसे हमने अपने घर में इसका भरपूर आनंद लिया।

4). क्यों माँ सबसे अच्छी होती है ?

माँ इस दुनिया में सबसे अच्छी होती है, क्योकि वह हमेशा बिना स्वार्थ हमसे बहुत प्यार करती है, और कभी बदले कुछ नहीं मांगती।

आशा करते है की आपको ये निबंध पसंद आया होगा। अगर आप भी अपनी माँ से दुसरो की मदद करना सीखे हो तो आप इसे जरूर अपने दोस्तों और अपने परिजनों को शेयर करना।

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Hindi Essay on “Meri Maa”, “मेरी माँ”, for Class 5, 6, 7, 8, 9 and Class 10 Students, Board Examinations.

निबंध नंबर :- 01

माँ एक घने पेड़ की तरह अपने बच्चों को अपने स्नेह की छाया में  रखती है।

इ स पर  मेरी माँ भी मुझे बहुत प्यार करती है। वे लंबी और पतली हैं। उनके छोटे-छोटे बाल सदा कानों के पीछे रहते हैं। मेरी माँ चश्मा पहनती हैं।

मेरी माँ राजमाँ-चावल, जलेबी और हलवा बनाकर मुझे खिलाती हैं। वे मुझे सुंदर कपड़े, जूते और खिलौने दिलाती हैं। वे मेरे साथ तरह-तरह के खेल भी खेलती हैं। माँ मेरे मित्रों को भी बिठाकर खूब पकवान खिलाती हैं और फिर हम सबके साथ छुपा-छुप्पी का खेल भी खेलती हैं।

माँ मेरी पढ़ाई का भी ध्यान रखती हैं। वे परीक्षा के समय बहुत सख्ती से मुझे पढ़ाती हैं और अच्छे अंकों पर मुझे शाबाशी देती हैं। माँ ने मुझे कभी नहीं डाँटा। वे सदा प्यार से ही मुझे समझाती हैं।

निबंध नंबर :- 02

माँ का रिश्ता दुनिया के सब रिश्ते-नाते से उपर है। माँ शब्द कहकर आनन्द और सुःख मिलता है। माँ को हमारे शास्त्रों में भगवान् माना गया है। जैसे भगवान् हमारी रक्षा, सुःखों-दुःखों से छुटकारा, हमारा पालन-पोषण करते हैं। हमारी हर चाह को पूर्ण करते हैं वैसे ही हमारी माँ भी हमारी रक्षा करती है- पालन पोषण करती है। माँ स्वयं दु:ख सहन कर बच्चों को सुख देती है। मुझे मेरी माँ दुनिया में सबसे अच्छी लगती है, प्यारी लगती है। माँ मेरी हर आवश्यकता का ध्यान रखती है। मेरी माँ घर में सबसे पहले सूर्योदय से पहले उठती है। घर की सफाई करने के बाद स्नान करती है। स्नान के बाद पूजा से निवृत होकर हमें जगाती है। हम भाई-बहिन उठकर नहाने धोने के काम में लग जाते हैं। माँ हम सबके लिए नाश्ता तैयार करती है। नाश्ता करवा कर हमें स्कूल भेजने में हमारी सहायता करती है। दोपहर का खाना हमें डिब्बों में बंद करके देती है। हमें भेजने के बाद पिता को नाश्ता करवा कर उनके लिए दोपहर का खाना तैयार कर उन्हें दफ्तर भेजती हैं। आधी छटी के समय हम सभी मित्र इकठे बैठ कर खाना खाते हैं। कभी-कभी हम एक-दूसरे का खाना भी खाते हैं। मेरी माँ के हाथ का बना खाना बड़ा स्वादिष्ट होता है। मेरे मित्र मेरी माँ के हाथ का बना खाना बड़ा पसन्द करते हैं।

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Nice Information

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Very good essay sir

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Verry good esay on maa 🥺🥺🥺😊

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  • निबंध ( Hindi Essay)

meri maa essay in hindi pdf

Essay on My Mother in Hindi | Meri Maa Par Nibandh In Hindi | मेरी माँ पर निबंध इन हिंदी

essay on my mother in hindi

Table of Contents

मेरी माँ पर निबंध इन हिंदी (Essay on My Mother in hindi) और मेरे जीवन में उनका महत्व है

मेरी माँ पर निबंध इन हिंदी ( Essay on my mother In Hindi ) जीवन की पहली सीख देने वाला जो इंसान होता है वह माँ ही है। इसलिए माँ को जीवन का प्रथम गुरु का दर्जा दिया गया है। माँ है तो जीवन मे सब कुछ है। माँ के बिना जीवन में सबकुछ होते हुए भी कमी बनी रहती है।

मेरी माँ पर निबंध इन हिंदी

मेरी माँ पर निबंध इन हिंदी – Meri Maa Par Nibandh (250 Words)

कई बड़े बड़े लेखकों की कलम रुक जाती है जब वह माँ के बारे में कुछ भी लिखने की कोशिश करते हैं, क्योंकि माँ एक शब्द या इंसान नही है बल्कि एक ऐसी भावना है जिसका बखान करना बहुत मुश्किल है।

हम सब को बचपन मे माँ के प्यार-दुलार और विशेष स्नेह की जरूरत होती है। माँ के इसी अटूट प्रेम की वजह से हमारे अंदर आत्मविश्वास आता है कि हम कुछ भी कर सकते हैं।

क्योंकि हमारी माँ की नजरों में हम कभी कमजोर नही होते। माँ किसी के जीवन की प्रथम गुरु होती है। माँ की गोद मे ही हम हसना सीखते हैं, उनकी उंगली पकड़ कर हम पहली बार चलना सीखते हैं।

जब थोड़ा बड़े हो जाते हैं तो माँ ही हमें सबसे पहले अच्छे बुरे का ज्ञान देती है। अपनी रोजमर्रा के काम किस तरह करते हैं, इसकी सीख हमें माँ ही देती है।

जीवन मे माता-पिता का स्थान ईश्वर के समान माना गया है। जिस तरह से ईश्वर इस पूरी सृष्टि को जन्म देते हैं ठीक उसी तरह से माता पिता हमें जन्म देते हैं और पालक बनकर हमारा पालन पोषण करते हैं।

हम अपने जीवन कई रिश्तों को निभाते हैं लेकिन एक माँ से बच्चे का जो रिश्ता होता है वह सबसे अनमोल होता है। इस रिश्ते की जगह दुनियाँ का कोई और रिश्ता नही ले सकता है।

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मेरी माँ पर निबंध इन हिंदी  (400 Words)

( Essay on My Mother in Hindi ) मेरी माँ एक मात्र ऐसी इंसान है, जो मेरी खुशी के लिए हर कष्ट को सहन कर लेती है। दुनियाँ में कई रिश्ते देखे हैं, लेकिन माँ के जैसा कोई रिश्ता नही देखा है।

हम सब अपने जीवन की शुरुआती शिक्षा माँ के द्वारा ही सीखते हैं, ठीक उसी तरह मेरी माँ ने भी कई अहम चीजों का ज्ञान मुझे हर वक़्त दिया।

माँ ने ही मुझे बताया है कि जब हम मुसीबत के वक़्त में हो तो हमें धैर्य नही खोना चाहिए। इसके लिए माँ मुझे कई तरह के किस्से सुनाती हैं।

माँ मुझे हमेशा कई प्रेरणादायी कहानियां सुनाती रहती हैं। यह सिलसिला बचपन से ही चल रहा है, जो आज तक भी जारी है।

माँ का मैं जीवनभर आभारी रहूँगा मैं जो उन्होंने बचपन मे ही ऐसे संस्कार दिए जिनका महत्व उस वक़्त तो उतना नही था जितना आज मुझे लगता महसूस हो रहा है।

माँ ने मुझे बचपन मे ही सिखा दिया था कि किस तरह ईमानदारी से काम करने पर व्यक्ति हमेशा सफलता की सीढ़ी चढ़ता है। जीवन मे ईमानदारी का महत्व कितना अधिक है यह आज मुझे समझ आ रहा है।

जीवन मे आज मैं जब भी थोड़ी सी भी बेईमानी का खयाल भी मन मे लाता हूँ तो माँ की सिखाई वह सीख याद आ जाती है।

बचपन मे मैं जब किसी काम मे असफल हो जाता था तो मेरे अंदर निराशा आ जाती थी। मुझे लगता था कि मैं वह काम नही कर पाऊंगा।

लेकिन माँ मेरी असफलता को देखकर कभी भी निराश नही होती थी। बल्कि वो कहती थी कि क्या हुआ जो असफल हो गए, कोशिश तो की है न।

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इसके बाद माँ पूरे जोश के साथ हौसला बढ़ाती थी ताकि मैं और ऊर्जा के साथ वह काम कर सकूं और फिर मैं सफल होकर ही रुकता था।

माँ की हर एक सीख हमारे जीवन मे गहरी छाप छोड़ती है। माँ के सीख के बिना जीवन बहुत मुश्किल सा हो जाता है। क्योंकि इस दुनियाँ में माँ के जितना फिक्र करने वाला कोई दूसरा इंसान नही है।

माँ एक रचयिता है जिसकी रचना हम सब है। हम सबको अपने जीवन मे ऐसे काम करना चाहिए कि हमारी रचयिता यानी कि हमारी माँ का सिर हमेशा गर्व से ऊँचा रहे।

जीवन मे जब भी किसी उलझन में फसे हो और समझ न आये की क्या करें तो हमेशा अपनी माँ के नजरिये एक बार जरूर देखना चाहिए, समाधान जरूर मिल जाएगा।

मेरी माँ पर निबंध इन हिंदी – Essay on my mother In Hindi (500 Words)

हमारे जीवन को बनाने में और एक दिशा देने में एक इंसान जो सबसे अहम है वो माँ होती है। माँ जिनका जीवन अपने बच्चों के इर्द गिर्द घूमता है।

वो हमारी बचपन की सभी शरारतों को झेलतीं हैं फिर भी नही थकती हैं। घर मे हर किसी की छुट्टी जरूर होती है। जैसे कि हमें अपनी स्कूल से छुट्टी मिल जाती है , पापा को अपने आफिस से छुट्टी मिल जाती है, लेकिन एक माँ को कभी छुट्टी नही मिलती है।

उनका काम साल भर चलता रहता है और वो भी बिना थके और कोई छुट्टी के आशा के बिना हमेशा एक जैसी ऊर्जा के साथ काम करती रहती हैं। यही माँ की खूबी है।

दुनियाँ में शायद ही कोई और दूसरा इंसान एक माँ के जितना मेहनत और त्याग कर पाएगा।

माँ करुणा की मूर्ति है.

माँ को करुणा की मूर्ति कहा जाता है , यह किसी भी हालत में हमेशा सही ही होता है। माँ कभी भी अपने बच्चों को कष्ट में नही देख सकती है। ठीक इसी तरह मेरी माँ भी हैं।

वो खुद कष्ट में रह लेंगी लेकिन मुझे कष्टों से दूर रखती है। शायद ही कोई इस बात की व्याख्या कर सकता है कि आखिर माँ के अंदर ऐसी कौन सी शक्ति विराजमान है जो उन्हें इतनी ताकत देती है कि वह बच्चों के खातिर हर कष्ट सह सकें।

हर माँ ऐसी होती है। एक स्त्री के कई रूप होते है, कई अलग अलग किरदारों में वह रिश्ते निभाती है , लेकिन कहते हैं कि एक स्त्री सबसे ज्यादा खुश तब होती है जब वह एक माँ के रूप में होती है।

माँ है जीवन की प्रथम गुरु.

जीवन की पहली गुरु की संज्ञा माँ को दी गई है। माँ एक ऐसी गुरु होती है जिनकी सिखाई गई सीख जीवन के हर मोड़ पर काम आती है। ऐसा कभी नही देखने को मिलेगा जब माँ ने कोई गलत दिशा दिखाई हो।

जीवन मे मैं चाहे कितनी भी सफलता हासिल कर लूं, लेकिन उसकी खुशी तक तक महसूस नही होती है जब तक माँ के चेहरे पर उस सफलता से खुशी न दिखे।

कई बार ऐसा भी होता है कि कुछ लोग पैसो की चकाचौंध में अपनी माँ को उचित सम्मान नही दे पाते लेकिन माँ को इसका कोई मलाल नही होता है। उनका बेटा जब भी माँ के पास आ जाए, माँ उसे गले ही लगाती है।

इसीलिए कहते हैं न कि माँ से ज्यादा करुणा किसी मे नही है, माँ के जैसा दयालु इस संसार मे कोई और नही है।

हम माँ के कई रूप देखते हैं अपने जीवन मे जैसे कि धरती माँ, भारत माँ आदि। लेकिन इन सब के प्रति हमारे अंदर जिम्मेदारी का भाव तभी आ पाएगा जब हम अपनी माँ का सम्मान करेंगे।

जब हम अपनी माँ के त्याग को सही मायने में समझ पाएंगे। हालांकि आजतक माँ त्याग को कोई भी समझ नही पाया है लेकिन उनके त्याग का कुछ प्रतिशत ही समझ जाएं और अपनी माँ को उसके बदले में खुशी देने की ठान ले तो यह दुनियाँ ही स्वर्ग हो जाएगी, फिर चाहें वह अपनी माँ हो, धरती माँ हो या भारत माँ हो। हम इन सब के ऋणी है, और हमें इनके त्याग को समझना चाहिये।

मेरी माँ पर निबंध इन हिंदी – essay on my mother In Hindi (1000 Words)

दुनिया में सबसे अनोखा रिश्ता होता है वह है एक मां और अपने बच्चे का। दुनिया में भले ही पिता कितना भी प्यार करता है परंतु मां की कमी पूरा नहीं कर सकता मां बच्चों को पूरी ममता के साथ में पालती है मां के रिश्ते को पूरी दुनिया सम्मान देती है मां वह होती है जो अपने बच्चे की हर जरूरत हो समझती है एहसास को समझती है। मां होती है जो हमें जन्म देती है और हमारा पालन – पोषण करती है। यही कारण है कि दुनिया में सबसे ज्यादा सम्मानित में से मां सबसे ज्यादा महत्व है। दुनिया में मां को प्रेम और त्याग की मूर्ति कहा जाता है क्योंकि मां अपने बच्चों के लिए सब कुछ करने को भी तैयार हो जाती है। इतिहास में बहुत सारी घटनाएं ऐसी हैं जिन्होंने मां का वर्णन किया है। मां ने अपने बच्चों के लिए सारे दुखों को सारी खुशियों को निछावर कर दिया है दुनिया में महत्वपूर्ण कोई रिश्ता नहीं हो सकता है।

मां का महत्व

मां का दुनिया में बहुत ही महत्व है मां एक ऐसा शब्द है जिसके बारे में जितनी भी बात की जाए सारी कम है हम कल्पना भी नहीं कर सकते हैं कि मां अपने बच्चों के लिए कितना कुछ करती है। मां की महानता का अंदाजा ऐसे लगाया जा सकता है कि इंसान भले ही भगवान का नाम भूल जाए परंतु मां का नाम कभी नहीं भूल सकता चोट लगती है तब भगवान का नाम नहीं आता मां का नाम आता है कि क्युकी मां का प्रेम और करुणा बच्चों को हमेशा याद रहती है। मां दुनिया भर की कष्ट झेल लेती है और अपने बच्चों को सुख सुविधा देती है। मां पहले शिक्षा देने के लिए महत्वपूर्ण होती है मां से ही बच्चा उसे पहले शिक्षा लेता है।

मां की मित्रता

( Essay on My Mother in Hindi ) मां अपने जीवन में बहुत सारी भूमिकाएं निभाती आई है कभी मां शिक्षक बन जाती है तो कभी मित्र बन जाते हैं। हर समस्या का सामना करने के लिए मां सबसे आगे खड़ी होती है। मां मां के फर्श के साथी मित्रता का फर्ज निभाती है जो बच्चे की हर बात को समझती है और मित्रता की तरह साथ निभाती है यदि बच्चा फेल भी हो जाता है तो भी मैं उसके साथ हमेशा खड़ी रहती है। आज अगर बच्चा सफल होता है या असफल होता है तब मां दोनों समय बच्चे के साथ में खड़ी थी हम कल्पना भी नहीं कर सकते हैं कि मां से अच्छा मित्र इस दुनिया में कोई नहीं।

मां का रिश्ता

स्त्री अपने जीवन में एक अच्छी बहू एक अच्छी बेटी एक अच्छी पत्नी और ना जाने कितने रिश्ते निभाती आई है उन्होंने हर रिश्तो में अपनी जान से ज्यादा फर्ज निभाया। इन रिश्तो के अंदर सबसे ज्यादा सम्मान मां को मिलता है। हम माता के रिश्ते को शब्दों में बयां किया नहीं जा सकता। मां अपने बच्चों को इसने करना कभी नहीं छोड़ती और ना ही मां बच्चों के प्रति कभी इसने कम कर सकती है। मां अपने बच्चों के लिए बड़ी से बड़ी आपदा का भी सामना करने को तैयार रहती है उसमें बच्चों को खुशी देने का साहस होता है बच्चों की तरह किसी तरीके आज नहीं आने देती है इसी कारण भगवान ने मां को पृथ्वी पर भेजा है। कहां जाता है ना कि भगवान हर जगह मौजूद नहीं रह सकता इसके लिए उसने मां को बनाया है। मां पापा की डांट से और मार से बचाती है हर एक अच्छे से सभी के लिए बच्चे का साथ निभाती है कि मां बच्चे से बहुत प्यार करती है।

शिक्षक के रूप में 

कहां जाता है ना कि बच्चे का पहला स्कूल परिवार होता है और पहले शिक्षा देने वाली मां होती है। हम जन्म से ही मां के आंचल में बड़े होते हैं मां अपनी उंगली पकड़ कर हमें चलना सिखाती है मां हमें बोलना सिखाती है मां हमें खाना सिखाती है जूते पहनना सिखाती है जूते के फीते बांधने सिखाती है कपड़े पहनना सिखाती है ब्रश करना सिखाती है लोगों से कैसे बात करनी है वह सिखाती है मां बच्चे की पहली शिक्षा और पहली शिक्षक है। जो एक शिक्षक नहीं कर सकता वही मां कर देती है जब बच्चा फेल जाता है तो मां बच्चे में विश्वास जगह रखती है कि मैं जिंदगी में कभी फेल नहीं हो सकता। मां भले ही शिक्षा ना दे सके पर जीवन जीने का सही तरीका दे देती है जो शिक्षा से कम नहीं है समाज में किस तरह से व्यवहार करना है वह सिखाती है मां दुखों से लड़ने और तकलीफ हो को निपटने की शक्ति देती है यही कारण है कि मां को एक मित्र और एक अच्छे शिक्षक के रूप में जाना जाता है।

हर इंसान किसी ना किसी बात से या किसी ने किसी इंसान से प्रेरणा लेता है परंतु मां सबसे अलग होती है जो जिंदगी में आगे बढ़ने की प्रेरणा देते हैं।   जब बच्चा शिक्षक से शिक्षा लेता है।   वह सिर्फ शिक्षा लेता है परंतु उसे प्रेरणा मां देती है।   यदि बच्चा सफल होता है तो उसके पीछे मां का हाथ होता है।   क्योंकि मां उसे सफल होने की प्रेरणा देती है बच्चे ने विश्वास जगाए रखना बच्चे को लक्ष्य प्राप्त करने के लिए सदैव आगे बढ़ाने के लिए प्रेरणा देना मां निभाती है।

हर इंसान की जिंदगी में कोई ना कोई स्त्री आती है परंतु एक ऐसी ऐसी भी होती है जो जिंदगी में सबसे अलग होती है वह मां होती है। मां किसी प्रकार का स्वाद नहीं रखती है बल्कि बच्चे के लिए त्याग साहस और मेहनत करती है। मां बच्चे को सामाजिक व्यवहार सिखाती है ईमानदार बनाती है और मेहनत जैसी महत्वपूर्ण शिक्षा देती है यही कारण है कि मां को एक अच्छा शिक्षक मित्र और प्रेरित कहा जाता है। जिंदगी में पत्नी बेटी और बहू जितनी   से ज्यादा मां जरूर होती है क्योंकि मां से ही एक पेटी एक पत्नी एक बहू का निर्माण होता है मां एक घर को स्वर्ग बनाती है। बच्चे की पहली शिक्षा मां देती मां बच्चे को असफलताओं से लड़ना सिखाती है जिंदगी जीना सिखाती है बिन मां के जिंदगी अधूरी है। Essay on My Mother in Hindi

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मेरी मां पर निबन्ध – Meri Maa Essay In Hindi

दोस्तों आज मैं आपके लिए एक नया निबन्ध लेकर आया हूँ जिसका नाम है मेरी मां पर निबन्ध | इस लेख में आपको कक्षा 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10 व 11 और 12 के लिए Meri Maa Par Nibandh पढ़ने को मिलेगा|

Maa Par Nibandh 100 शब्द

Meri Maa मेरी पहली शिक्षिका हैं। वह मेरी गाइड, मेरी करियर काउंसलर, मेरी दोस्त और मेरी सारी दुनिया से ऊपर है। मैंने अपनी माँ के अलावा अपने इतने निकट और प्रिय कभी किसी को नहीं पाया। वह मेरे जीवन की एकमात्र उत्तरजीवी है। मैं उनके लिए ऋणी हूं । उनका अपार और असीम प्रेम मेरे लिए जीवित रहने का स्रोत है ।

मेरे जीवन में माँ सबसे महत्वपूर्ण व्यक्ति हैं। उसने हमेशा मेरा पालन-पोषण किया है, हर पल मेरा ख्याल रखा है, और मेरे जीवन का सबसे बड़ा आशीर्वाद है। एक Maa की भूमिका सबसे अलग होती है और हमारे जीवन का सबसे कीमती पल होता है।

Meri Maa एक सरल, विनम्र और जमीन से जुड़ी इंसान हैं जो हमेशा हमारी गतिविधियों और बातचीत में गहरी दिलचस्पी दिखाती हैं । मेरी माँ से मैं बहुत प्रेम करता हूँ |

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Essay On My Mother 200 Words

हर मां को भगवान का रूप माना जाता है। क्योंकि एक Maa अपने बच्चों से बहुत प्यार करती है। जन्म देने के बाद, वह जीवन भर अपने बच्चे की देखभाल करती है। दुनिया में सबसे पवित्र रिश्ता मां और बच्चे का माना जाता है।

मैं बहुत खुशनसीब हूं कि मुझे बहुत दयालु और प्यार करने वाली मां मिली। वह बहुत प्यार करने वाली और विचारशील है । उसके पास दिल का सोना है। वह सुबह उठती है, स्नान करती है और परिवार में सभी के लिए प्रार्थना करती है।

फिर वह अपनी दिनचर्या शुरू करती है। वह अपने हाथों से खाना बनाती है, कपड़े धोती है और घर का सारा काम करती है।Meri Maa मेरे जीवन में एक आवश्यक और विशेष व्यक्ति हैं।

वह बहुत मेहनती और देखभाल करने वाली है। वह हमारे परिवार के सभी सदस्यों की देखभाल करती है। वह हमेशा मेरे जीवन में एक मजबूत समर्थक और प्रोत्साहन देने वाली रही हैं ।

मेरे परिवार में हर कोई उसे प्यार करता है और उसकी सराहना करता है। वाकई, वह इसकी हकदार है। वह बहुत ही दयालु महिला हैं । मेरी माँ जैसा कोई दयालु नहीं है ।

अगर हमारे परिवार का कोई सदस्य बीमार हो जाता है तो वह उसकी देखभाल करती है । Meri Maa सचमुच समृद्ध हैं। हम ईश्वर से उनके अच्छे स्वास्थ्य की कामना करते हैं ।

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मेरी मां पर निबन्ध 300 शब्द

Meri Maa मेरे जीवन में एक आवश्यक और विशेष व्यक्ति हैं। वह बहुत मेहनती और देखभाल करने वाली है। वह हमारे परिवार के सभी सदस्यों की देखभाल करती है। वह हमेशा मेरे जीवन में एक मजबूत समर्थक और प्रोत्साहन देने वाली रही हैं।

उसके पास दिल का सोना है। वह सुबह उठती है, स्नान करती है और परिवार में सभी के लिए प्रार्थना करती है। फिर वह अपनी दिनचर्या शुरू करती है। वह अपने हाथों से खाना बनाती है, कपड़े धोती है और घर का सारा काम करती है।

वह मुस्कान के साथ सब कुछ करती है। वह घर को भी बहुत अच्छी स्तिथि में रखती है। हमारा ड्राइंग रूम हमारे घर की शान है। उसने सारा इंटीरियर खुद को सजाने और संरक्षित करने का काम किया। वह हमें टेबल मैनर्स और सामाजिक शिष्टाचार सिखाती है। वह घर की बहुत अच्छी मैनेजर हैं ।

वह ध्यान से परिवार का बजट तैयार करती है। वह खरीदारी की कला में भी अच्छी है। वह एक प्यारी माँ, एक समर्पित पत्नी और एक भरोसेमंद दोस्त है ।

वह पूरे घर और परिवार के सदस्यों का मार्गदर्शन, मार्गदर्शन और नियंत्रण करने में प्रमुख भूमिका निभाती है। हम में से प्रत्येक के पास उसके व्यक्तित्व की गहरी छाप है ।

मैं जिससे बहुत प्यार करता हूं वो मेरी मां है। वह एक आदर्श गृहिणी हैं। उसके अंदर कई गुण हैं। वह बहुत ही सौम्य, विनम्र, स्नेही, धार्मिक और बुद्धिमान है। वह परिवार में कई कर्तव्यों का पालन करती है। वह परिवार के सभी सदस्यों के लिए खाना बनाती और परोसती है। सुबह जल्दी उठती हैं, सबके लिए नाश्ता बनाने के लिए।

वह पूरे दिन परिवार के सभी सदस्यों की जरूरतों को पूरा करने के लिए लगातार काम करती है। वास्तव में Meri Maa बहुत मजबूत, साहसी और अपने कर्तव्यों के प्रति समर्पित हैं ।

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Meri Maa Par Nibandh 500 Words

मेरी माँ बाकी लोगो की तुलना में जल्दी उठ जाती है और बिस्तर पर चली जाती है। Meri Maa हमारे परिवार की मैनेजर हैं। वह हमारे परिवार में हर चीज का प्रबंधन करती है। उसके बिना जीवन असंभव है। वह हमारे लिए बहुत स्वादिष्ट खाना बनाती है। वह हमारा होमवर्क करने में भी हमारी मदद करती है। मेरी मां मेरे परिवार की रीढ़ हैं।

उनके पास निस्वार्थ प्रेम, वांछित ईमानदारी, बहुत आवश्यक सत्यता, प्रचुर देखभाल और एक शिक्षक है जो मुझे जीवन की सबसे कठिन चुनौतियों का सामना करना सिखाती है। Meri Maa मेरी सबसे बड़ी प्रेरणा हैं जिन्होंने मुझे जीवन की सभी कठिनाइयों को पार करके अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने, स्वस्थ रहने और बहादुर बनने के लिए परिचय दिया ।

यह उसके अंदर का प्यार है, जो उसे हर पल काम करने की शक्ति देता है। निस्वार्थ और शुद्ध प्रेम प्रेरक शक्ति है। यह उसका निःस्वार्थ प्रेम है जो उसे शारीरिक थकावट का सामना करने में मदद करता है।वह एक वरदान है। वह जिसे निस्वार्थ प्रेम, प्रचुर देखभाल, वांछित ईमानदारी और बहुत आवश्यक सत्यता का प्रतीक माना जाता है।

Meri Maa के ये गुण मुझे उनकी महानता का गुणगान करने के लिए मंत्रमुग्ध कर देते हैं। मां का वर्णन करने के लिए मेरे पास शब्दों की कमी है। वह स्वयं दया है। भगवान के बाद, वह मेरे लिए सबसे सम्मानित और प्रतिष्ठित इकाई है ।

वह मेरी और परिवार के अन्य सदस्यों की देखभाल करती है। वह हमेशा हमारे आराम के बारे में सोचती है। वह मेरी पढ़ाई को लेकर भी काफी सचेत है। वह हमेशा मेरे उज्ज्वल भविष्य की उम्मीद करती है। वह चाहती हैं कि मैं अच्छी तरह से शिक्षित और जीवन में स्थापित हो जाऊं।

जब मैं परीक्षा में अच्छा अंक पाता हूं तो वह बहुत खुश हो जाती है। वह मेरी पहली शिक्षिका हैं क्योंकि सबसे पहले उन्होंने मुझे लिखना और पढ़ना सिखाया। वह बहुत धार्मिक और दयालु है ।

दुनिया की सफल शख्सियतों के पीछे माताएं हमेशा मुख्य कारणों में से एक होती हैं। वह व्यक्ति है जो पूरे नौ महीने बच्चे को अपने गर्भ में रखती है और बच्चे को इस खूबसूरत दुनिया में लाती है। बच्चे और समाज के लिए मां का योगदान अतुलनीय है ।

मैं अपने पूरे दिन की स्कूल की कहानी उसके साथ साझा करता हूं। उसके साथ सब कुछ साझा करने के बाद मुझे सुकून मिलता है। वह वही है जो मुझे मेरे परिवार में सबसे ज्यादा समझती है। उसका प्यार, देखभाल और स्नेह मेरे जीवन में सबसे अच्छी चीज है जो मुझे मिल सकती है । मैं उसके बिना रहने के लिए एक पल भी नहीं सोच सकता ।

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मेरी मां पर निबन्ध 1000 शब्द – Meri Maa Essay In Hindi

मेरी माँ मेरी शिक्षिका और मेरी सबसे अच्छी दोस्त दोनों हैं। उसने मेरी शिक्षा की आधारशिला रखी और मुझे वह कौशल सिखाया जो जीवन के हर क्षेत्र में मेरी मदद करेगा।

मुझे अपनी माँ में सबसे अच्छा दोस्त मिलता है। जब मैं जीवन में किसी कठिनाई का सामना करता हूं तो वह मुझे अपना साथ देती है। वह न केवल मेरी मदद करती है और मेरा समर्थन करती है बल्कि मुझे जीवन की चुनौतियों का साहसपूर्वक सामना करने के लिए भी प्रोत्साहित करती है।

Meri Maa एक सुपरवुमन हैं। मेरी माँ मेरे जीवन में एक आवश्यक और विशेष व्यक्ति हैं। वह बहुत मेहनती और देखभाल करने वाली है। वह हमारे परिवार के सभी सदस्यों की देखभाल करती है ।

एक माँ निस्वार्थ, देखभाल करने वाली, और एक प्यार करने वाली है जो खुशी और आनंद का सबसे महत्वपूर्ण स्रोत है। माँ का कोई समानान्तर नहीं होता है| वह हमेशा मेरे जीवन में एक मजबूत समर्थक और प्रोत्साहन देने वाली रही हैं।

वह हमेशा मेरे लिए थी, दिन हो या रात, चाहे कैसी भी स्थिति हो। वह भी मुझसे प्यार करती है और मेरी अच्छी देखभाल करती है। जब मैं बीमार पड़ता हूं तो वह बहुत चिंतित हो जाती है। वह बहुत मेहनती है और घर के सारे काम देखती है। वह विभिन्न स्वादिष्ट व्यंजन बनाना जानती है |

उन्होंने हमेशा मुझे सलाह दी और जब भी मैं गलत था और सुधार किया और जब भी मैंने कुछ भी सही किया तो मेरी अत्यधिक प्रशंसा की। एक बार मेरी मां ने मुझसे पूछा कि मैं क्या बनना चाहती हूं, तो मैंने जवाब दिया कि मैं एक अधिकारी बनना चाहती हूं।

उस दिन से मैंने महसूस किया है कि अब अफसर बनना मेरा सपना ही नहीं, उनका भी सपना है। वह हमेशा मुझे एक अधिकारी बनने के लिए कड़ी मेहनत करने और हर पल काम करने के लिए कहती हैं। उनकी कड़ी मेहनत, महत्वाकांक्षा, प्रतिबद्धता और निष्ठा मुझे प्रेरित करती है।

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वह मेरे लिए बहुत खास है। मैं उसका सम्मान करता हूं और उससे बहुत प्यार करता हूं। माँ स्नेह की मूर्ति होती है, बच्चे की पहली दुनिया होती है माँ की दुनिया, गोद में बैठी दुनिया में नए रंग देखती है। हम कितने ही बड़े क्यों न हो जाएं, क्योंकि मां के लिए बच्चे हमेशा छोटे होते हैं। Maa हर सुख दुःख में हमारे साथ होती है|

जब हम बीमार होते हैं तो हमारे लिए रात भर जागते हैं और हमारे स्वास्थ्य के लिए भगवान से प्रार्थना करते हैं। हमारे लिए सब कुछ कुर्बान कर देती है मां भूखी ही रहती है लेकिन हमें खाना देती है, मां बनकर कोई त्याग और प्यार नहीं कर सकता |

मैं उसकी तरह दयालु, मददगार और सुंदर बनना चाहता हूं। वह दिन भर के मेरे सभी कामों में मेरी मदद करती है। वह मुझे सुबह जगाती हैं, मेरे लिए स्वादिष्ट खाना और टिफिन बनाती हैं। वह मुझे स्कूल ले जाती है, मेरा होमवर्क पूरा करने में मेरी मदद करती है, मेरे लिए कपड़े, खिलौने और किताबें खरीदती है। वह मुझे रात में कहानियाँ सुनाती है, और मैं सोने से पहले उसका हाथ पकड़ लेता हूँ।

वह मेरी leader हैं । मैं उनका अनुसरण करता हूं क्योंकि उसने हमेशा मेरी मांगों के लिए लड़ाई लड़ी है। वह मेरी मांगों को मेरे पिता को संबोधित करती है ताकि मैं सब कुछ आसानी और आराम से कर सकूं। उसने मुझे सही रास्ते पर ले जाया और मुझे धर्मी और सच्चा होना सिखाया |

Meri Maa ही मेरा सपोर्ट सिस्टम है। मैं उसके साथ अपना सुख-दुख बांटता हूं। जब मैं गलत होता हूं तो वह हमेशा मुझे सुधारती है। वह चाहती हैं कि मैं रचनात्मक और मजबूत बनूं। वह मेरी सबसे बड़ी ताकत है, और मैं उससे प्यार करता हूं।

अगर माँ जीवन भर हमारे लिए इतना कुछ करती है तो हमारा कर्तव्य है कि हम भी Maa के लिए कुछ करें, हर समय उनका ख्याल रखें, उन्हें वो सारी खुशियाँ देने की कोशिश करनी चाहिए जो वे हमें दे रहे हैं आज तक।

हमें हर दिन मां का आशीर्वाद लेना चाहिए क्योंकि जब हमें उनका आशीर्वाद मिलता है तो हमें किसी के सामने हाथ नहीं फैलाना पड़ता ।

आज आप हमारे साथ संकल्प लें कि जैसे मां ने आपका पालन-पोषण किया है, वैसे ही आप भी उनकी देखभाल करेंगे और उन्हें वह सुख देंगे जो उन्हें नहीं मिला ।

मैं अपनी माँ का ऋणी हूँ जिसने मुझे जन्म दिया, मेरी देखभाल की, मुझे सिखाया, मेरा मार्गदर्शन किया, मुझे सही रास्ते पर ले गयी, मुझ पर अपना सब कुछ बलिदान कर दिया, और कभी भी निस्वार्थ प्रेम की बौछार करना बंद नहीं किया जिसने मुझे इस स्थिति तक पहुँचने में सक्षम बनाया ।

मेरे लिए, Meri Maa मेरी पहली और सबसे अच्छी प्रशिक्षक हैं। वह भगवान का एक उत्कृष्ट उपहार है । वह निःस्वार्थ प्रेम का दूसरा नाम है। वह हमेशा अपने परिवार को सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश करती है ।

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Meri Maa Par 10 Line

  • मेरी मां मेरी पहली शिक्षिका हैं ।
  • मेरे जीवन में माँ सबसे महत्वपूर्ण व्यक्ति हैं।
  • Meri Maa एक सरल, विनम्र स्वभाव कि है |
  • वह मुझसे बहुत प्यार करने वाली और विचारशील है।
  • वह बहुत मेहनती और देखभाल करने वाली है ।
  • भगवान और माँ में कोई अंतर नहीं है, दोनों हमेशा हमारे साथ हैं |
  • मेरी मां इस दुनिया की सबसे प्यारी मां हैं। वह मुझसे बहुत प्यार करती है |
  • Meri Maa मेरे लिए बहुत ही अच्छे-अच्छे व्यंजन बनाती है |
  • मेरी माँ मेरी सबसे अच्छी दोस्त है, गलती होने पर भी Meri Maa मुझे डांटती नहीं है, बल्कि प्यार से समझाती है।
  • वह मेरी सबसे अच्छी गाइड और मेंटर हैं |

माँ पर सबसे अच्छी पुस्तकें

दोस्तों अब मै आपको माँ पर लिखी गयी कुछ प्रसिद्ध पुस्तकों के बारे में बताने जा रहा हूँ| ये किताबें काफी प्रसिद्ध हैं| अगर आप भी इनमे से किसी पुस्तक को खरीदना चाहते हैं तो दिए गए लिंक पर क्लिक करके खरीद सकते हैं|

FAQ On Meri Maa

माँ का क्या अर्थ है .

माँ की कोई परिभाषा नही है, माँ तो ममता, प्रेम का समन्दर है | वह हमसे बहुत प्यार करती है |

माँ का क्या महत्व है ?

मेरी माँ मेरे जीवन में एक आवश्यक और विशेष व्यक्ति हैं। वह बहुत मेहनती और देखभाल करने वाली है। वह हमारे परिवार के सभी सदस्यों की देखभाल करती है । वह हमेशा मेरे जीवन में एक मजबूत समर्थक और प्रोत्साहन देने वाली रही हैं।

माँ के लिए सबसे अच्छा मेसेज क्या है ?

हमें हर दिन मां का आशीर्वाद लेना चाहिए क्योंकि जब हमें उनका आशीर्वाद मिलता है तो हमें किसी के सामने हाथ नहीं फैलाना पड़ता । आज आप हमारे साथ संकल्प लें कि जैसे मां ने आपका पालन-पोषण किया है, वैसे ही आप भी उनकी देखभाल करेंगे और उन्हें वह सुख देंगे जो उन्हें नहीं मिला ।

मैं अपनी माँ पर निबन्ध कैसे लिख सकता हूँ ?

आप हमारे द्वारा लिखे गये निबन्ध कि सहायता ले सकते है |

मैं अपनी माँ के बारे में क्या लिख सकता हूँ ?

उनकी कड़ी मेहनत, महत्वाकांक्षा, प्रतिबद्धता और निष्ठा मुझे प्रेरित करती है। वह मेरे लिए बहुत खास है। मैं उसका सम्मान करता हूं और उनसे बहुत प्यार करता हूं । और अधिक सहायता के लिए आप हमारा निबन्ध पढ़ सकते है |

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आशा करता हूँ दोस्तों आपको हमारी ये पोस्ट Meri Maa Essay In Hindi काफी पसंद आयी होगी| अब आप Meri Maa पर निबंध आसानी से लिख पाएंगे| इस लेख में हमने सभी कक्षाओं के बच्चो के लिए Meri Maa Par Nibandh निबंध दिया है|

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मेरी माटी मेरा देश

हम अपने परिवार से प्यार करते हैं क्योंकि वे हमें प्यार और समर्थन देते हैं। हम अपनी नौकरी से प्यार करते हैं क्योंकि यह हमें पैसे देती है। हम अपने शौक से प्यार करते हैं क्योंकि इससे हमें खुशी मिलती है। लेकिन हम उसे भूल जाते हैं जो हमें रहने के लिए जगह देता है, जीवन की शांति देता है, और इसके अलावा, वह आज़ादी देता है जिसका हम आनंद लेते हैं। हम भाग्यशाली हैं कि हमारे देश ने हमें जीने के लिए एक खुशहाल जीवन दिया। देश की आजादी की विशेष पर्व को मनाने के लिए हम 15 अगस्त को भारत का स्वतंत्रता दिवस मनाते हैं। इस आयोजन को और अधिक सफल बनाने के लिए प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने “मेरी माटी मेरा देश” नाम से एक अभियान शुरू किया। इस अभियान के बारे में अधिक जानने के लिए आइए मेरी माटी मेरा देश पर विस्तार से चर्चा करें।

मेरी माटी मेरा देश पर निबंध

यहां, हम 100-150 शब्द, 200-250 शब्द और 500-600 शब्दों की शब्द सीमा के तहत छात्रों के लिए हिंदी में मेरी माटी मेरा देश पर लंबे और छोटे निबंध प्रस्तुत कर रहे हैं। यह विषय हिंदी में कक्षा 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11 और 12 के छात्रों के लिए उपयोगी है। ये दिए गए निबंध छात्रों को इस विषय पर निबंध, भाषण या पैराग्राफ लिखने में भी सहायक होंगे।

मेरी माटी मेरा देश पर निबंध (250 – 300 शब्द)

हर साल की तरह इस साल भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत का 77वां स्वतंत्रता दिवस मनाने का अनोखा आइडिया सुझाया। 75वें स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में शुरू किए गए “आज़ादी का अमृत महोत्सव” को समपन्न करने के लिए, इस वर्ष 2023 में भारत “मेरी माटी मेरा देश” अभियान मनाने जा रहा है।

मेरी माटी मेरा देश अभियान क्या है?

भारत सरकार ने “मेरी माटी, मेरा देश” नाम से एक अभियान शुरू किया है। आकाशवाणी पर अपने नवीनतम मन की बात शो में प्रधान मंत्री ने इस अभियान के बारे में बात की। “मिट्टी को नमन, वीरों का वंदन” मेरी माटी मेरा देश अभियान का नारा है। कार्यक्रम 9 अगस्त से 30 अगस्त 2023 तक चलेगा। इस अभियान का प्राथमिक उद्देश्य उन साहसी शहीदों, स्वतंत्रता सेनानियों और बहादुर महिलाओं को सम्मान और श्रद्धांजलि देना है जिन्होंने पूरे भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में सेवा की।

मेरी माटी मेरा देश अभियान के अंतर्गत गतिविधियाँ

इस वर्ष, “जनभागीदारी” को बढ़ावा देने के लिए स्थानीय, पंचायत, ब्लॉक, ग्रामीण, शहरी, राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इस अभियान के तहत देश के अलग-अलग हिस्सों से मिट्टी को 7500 कलशों में इकट्ठा कर देश की राजधानी दिल्ली लाया जाएगा। इस मिट्टी का उपयोग दिल्ली में कर्तव्य पथ के निकट “अमृत वाटिका” नामक उद्यान बनाने में किया जाएगा। अभियान के हिस्से के रूप में, शिलाफलकम, या स्मारक पट्टिकाएँ लगाई जाएंगी। बहादुरों के प्रयासों का सम्मान करने के लिए पंच प्राण प्रतिज्ञा, वसुधा वंदन, वीरों का वंदन आदि कार्यक्रम भी होंगे।

‘मेरी माटी, मेरा देश’ पहल भारत की आजादी के 77वें वर्ष को मनाने के लिए एक अभिनव और रचनात्मक दृष्टिकोण है। हमें इसमें भाग लेकर और अपनी देशभक्ति दिखाकर इस आयोजन को सफल बनाना चाहिए।

मेरी माटी मेरा देश पर वृस्तृत निबंध (500 शब्द)

15 अगस्त के लिए हर भारतीय के दिल में एक खास जगह है। इस दिन हम अपने देश की आजादी का जश्न मनाते हैं। हालाँकि, हम इस दिन को पाने के लिए किए गए बलिदानों को भी याद करते हैं। इसलिए इस दिन को और खास बनाने के लिए माननीय प्रधानमंत्री ने भारत के 77वें स्वतंत्रता दिवस को मनाने का एक अनोखा तरीका सुझाया है।

अभियान का अवलोकन

30 जुलाई को मन की बात के 103वें एपिसोड के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 77वें स्वतंत्रता दिवस को खास तरीके से मनाने के बारे में बात की। उन्होंने 9 से 30 अगस्त तक आयोजित होने वाले “मेरी माटी, मेरा देश” कार्यक्रम के बारे में बात की। “मिट्टी को नमन, वीरों का वंदन” इस अभियान का नारा है। कार्यक्रम 9 अगस्त को शुरू होगा, और 15 अगस्त 2023 को स्वतंत्रता दिवस तक कार्यक्रमों की योजना बनाई जाएगी। अगले कार्यक्रम 16 अगस्त 2023 को ब्लॉक, शहर, गांव और राज्य स्तर पर शुरू होंगे। समापन कार्यक्रम 30 अगस्त 2023 को विशेष लोगों के सामने नई दिल्ली के कधवती पथ पर होने वाला है। इस अभियान का समापन नई दिल्ली में एक नियोजित मेगा कार्यक्रम से होगा जिसमें पूरे देश से 75,000 युवा भाग लेंगे।

मेरी माटी मेरा देश अभियान का उद्देश्य

‘मेरी माटी, मेरा देश’ अभियान भारत की भूमि और वीरता का जश्न मनाने का एक अभियान है। यह अभियान आज़ादी का अमृत महोत्सव का अंतिम भाग है, जो 12 मार्च, 2021 को शुरू हुआ और इसमें जनता की काफी भागीदारी रही है। मेरी माटी मेरा देश अभियान का लक्ष्य चल रही गतिविधियों में भाग लेकर सभी को देशभक्ति और अपने देश के प्रति प्रेम की भावना पैदा करना है। विभिन्न पृष्ठभूमि के लोगों को एक साथ लाने और आपसी समझ को बढ़ावा देने के लिए गतिविधियाँ आयोजित की जानी हैं। यह अभियान उन नायकों का सम्मान करता है जिन पर आज़ादी की लड़ाई के दौरान ज़्यादा ध्यान नहीं दिया गया और उन “वीरों” को श्रद्धांजलि दी जाती है जो हमारे देश की रक्षा करते हैं।

आयोजन एवं उत्सव

इस वर्ष, “जनभागीदारी” को बढ़ावा देने के लिए स्थानीय, पंचायत, ब्लॉक, शहरी, ग्रामीण, राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। ”मेरी माटी, मेरा देश” कार्यक्रम के दौरान ”अमृत कलश यात्रा” भी निकलेगी। यह यात्रा देश के गांवों और अन्य हिस्सों से 7500 कलशों में मिट्टी दिल्ली लाएगी। इस कलश का उपयोग दिल्ली के राष्ट्रीय युद्ध स्मारक में “अमृत वाटिका” बनाने में किया जाएगा। ये ‘अमृत वाटिका’ ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ का भी बड़ा प्रतीक बनेगी। अभियान के हिस्से के रूप में, सबसे छोटे गांव से लेकर सबसे बड़े शहर तक, हर समुदाय में नायकों के योगदान को मान्यता देने की पहल के तहत शिलाफलकम या स्मारक चिह्न का निर्माण किया जाएगा। इसमें वसुधा बंधन, पंच प्राण प्रतिज्ञा और वीरों का वंदन जैसे कार्यक्रम होंगे। अंत में, राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाएगा और राष्ट्रगान गाया जाएगा।

भारत के सभी लोगों को एक साथ मिलकर मेरी माटी मेरा देश कार्यक्रम में योगदान देना चाहिए। आज़ादी का अमृत महोत्सव के बाद, अब मेरी माटी मेरा देश अभियान से जुड़ने और स्वतंत्रता सेनानियों को अपनी श्रद्धांजलि देने का समय है।

स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं!

मुझे आशा है कि ऊपर दिया गया मेरी माटी मेरा देश पर निबंध इस अभियान को समझने में सहायक होगा।

FAQs: मेरी माटी मेरा देश पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

उत्तर. अपने गृहनगर या अन्य महत्वपूर्ण स्थान से मिट्टी के नमूने संस्कृति मंत्रालय को भेजें और आप इस राज्यव्यापी कार्यक्रम का हिस्सा बन सकते हैं। इस मिट्टी का उपयोग अमृत वाटिका बनाने में किया जाएगा।

उत्तर. इस मिट्टी कलश को नेहरू युवा केंद्र के कार्यकर्ताओं द्वारा ब्लॉक से देश की राजधानी तक ले जाया जाएगा। मेरी माटी मेरी देश अभियान के तहत अमृत वाटिका के लिए मिट्टी एकत्रित की गई है।

उत्तर. प्रमाणपत्र अब उन लोगों के लिए डाउनलोड के लिए उपलब्ध है जिन्होंने इस साइट पर पंजीकरण किया है और प्रतिज्ञा लिया है। अपनी सेल्फी या तस्वीर अपलोड करने के बाद मेरी माटी मेरा देश प्रमाणपत्र तत्काल डाउनलोड के लिए उपलब्ध होगा।

उत्तर. जो लोग साइन अप करना चाहते हैं उन्हें सबसे पहले आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा, जो कि mermaatimerakesh.gov.in है। मुख पृष्ठ पर, एक लिंक है जिस पर लिखा है “प्रतिज्ञा लें” जिस पर आप क्लिक कर सकते हैं। जब आप यहां क्लिक करेंगे तो आपको एक नए पेज पर ले जाया जाएगा जहां आपको अपना नाम, मोबाइल नंबर, राज्य और जिला दर्ज करना होगा। उचित जानकारी डालने के बाद, इस पृष्ठ के नीचे “सबमिट” बटन पर क्लिक करें।

उत्तर. “मिट्टी को नमन, वीरों का वंदन” मेरी माटी मेरा देश अभियान का नारा है।

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